
मॉरीशस में जहाज से तेल रिसाव मामले में अधिकारियों ने मंगलवार को जापानी स्वामित्व जहाज के एक भारतीय कैप्टन को गिरफ्तार कर लिया। ये वही जहाज है जिससे तेल रिसाव के बाद देश में पर्यावरणीय आपातकाल घोषित किया गया । 25 जुलाई को जहाज यहां के कोरल रीफ के पास पहुंचा था। उस दौरान शुरू हुए तेल रिसाव ने वहां मौजूद सैलानियों में खौफ था। हालांकि अधिकारी अभी ये खुलासा नहीं कर पाए हैं कि आखिर सिंगापुर से ब्राजील जा रहा जहाज, इस समुद्री आइसलैंड के इतने करीब कैसे पहुंच गया।
पुलिस अधिकारियों ने जहाज के भारतीय कप्तान और उनके मातहत डिप्टी कप्ता को गिरफ्तार करने की पुष्टि करते हुए उन्हों अदालत में पेश करने की जानकारी दी। पुलिस ने कहा कि मामले की जांच जारी है और बुधवार से बाकी क्रू मेंबर्स से भी पूछताछ होगी। गौरतलब है कि फ्रांस के विशेषज्ञ मदद में जुटे हुए हैं। वहीं मॉरिशस की मदद कर रही जापान इंटरनेशनल कॉपरेशन एजेंसी के मुताबिक तेल रिसाव की बड़ी मात्रा को हटा लिया गया है और अब बेहद कम ईंधन ही समुद्री किनारे पर बचा है।
सोमवार को ही जापान ने यहां अपने विशेषज्ञों की 7 सदस्यीय दूसरी टीम भेजने का ऐलान किया था। नई टीम में टोक्यो की एक एक्सपर्ट कंपनी के 6 सदस्य आज मॉरिशस रवाना होंगे जो इस काम में माहिर है। जहाज के भारतीय कप्तान और उनके श्रीलंकाई डिप्टी पर पाइरेसी और समुद्री कानूनों के उल्लंघन के तहत गिरफ्तार किया है। अदालत में मामले की अगली सुनवाई 25 अगस्त को होगी।
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