
रूस के विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी विमान यात्रा के दौरान कथित रूप से जहर दिए जाने के बाद कोमा में चले गए हैं और उन्हें साइबेरिया में एक अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष में वेंटिलेटर पर रखा गया है। नवलनी के सहयोगियों का मानना है कि राजनीतिक गतिविधियों की वजह से उन्हें जहर दिया गया। उनकी प्रवक्ता किरा यारमीश ने ट्वीट कर बताया कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के धुर विरोधी 44 वर्षीय नवलनी जब साइबेरिया के शहर तोमस्क से हवाई जहाज से मॉस्को लौट रहे थे तब वह बीमार पड़ गए।
उन्होंने कहा, ‘‘ओमस्क में विमान की आपात लैंडिंग कराई गई, नवलनी को जहर दिया गया है।” यारमीश ने ‘इको मॉस्कोवी रेडियो स्टेशन’ को बताया कि उन्होंने बृहस्पतिवार को विमान में सवार होने से पहले हवाई अड्डे पर स्थित कैफे से चाय पी थी जिसमें कुछ दिया गया होगा। उन्होंने बताया कि नवलनी को पसीना आ रहा था और उन्होंने मुझसे बात करने को कहा ताकि वह आवाज पर ध्यान केंद्रित कर सके। इसके बाद वह शौचालय गए जहां वह बेहोश हो गए। वह कोमा में है और उनकी हालत गंभीर है।
अन्य विपक्षी हस्तियों ने इस मामले में क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति का कार्यालय) का हाथ होने की आशंका जताई है। रूसी प्रदर्शन समूह पुस्सी रॉयट के सदस्य प्योत्र वर्जिलोव ने एसोसिएट प्रेस से कहा, ‘‘हम आश्वस्त है कि नवलनी या मुझको निशाना बनाने की क्षमता रूस के राजनीतिक नेतृत्व के आदेश पर केवल रूसी सुरक्षा सेवा के लोगों के पास है।” उल्लेखनीय है कि वर्जिलोव खुद भी 2018 में संदिग्ध रूप से जहर दिए जाने के बाद मरते-मरते बचे थे। उन्होंने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि निश्चित तौर पर पुतिन ने व्यक्तिगत तौर पर इसकी अनुमति दी होगी। नवलनी का इस समय ओमस्क एंबुलेंस अस्पताल में इलाज चल रहा है।
अस्पताल के डॉक्टर उनकी बीमारी की वजह के बारे में चुप्पी साधे हुए हैं और उन्होंने कहा कि वे जहर देने सहित विभिन्न संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। यारमीश के मुताबिक नवलनी की पत्नी यूलिया दोपहर अस्पताल पहुंची, लेकिन अस्पताल कर्मियों ने इस लिए मिलने नहीं दिया क्योंकि वह विवाह प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं कर सकीं। नवलनी के डॉक्टर यरोस्लाव अशखमिन ने कहा कि वह उन्हें हनोवर या स्ट्रासबर्ग के अस्पताल में स्थानांतरित करने का प्रयास कर रहे है। वर्जिलोव जिनका वर्ष 2018 में बर्लिन में इलाज किया गया था ने कहा कि ओमस्क या मॉस्को में नवलनी का सही तारीके से इलाज नहीं हो सकता। उन्होंने रूसी चिकित्सकों पर सुरक्षा सेवा का दबाव होने की आशंका जताई।
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि नवलनी के हालत के जिम्मेदार कारणों का पता लगाने के लिए जांच नतीजों का इंतजार करना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिकारी इलाज के लिए नवलनी के रूस छोड़ने के अनुरोध पर विचार कर सकते हैं। बता दें कि कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन चलते सीमाएं पूरी तरह से खुली नहीं है। हालांकि, ओमस्क अस्पताल के डॉक्टरों ने नवलनी की पत्नी को जरूरी चिकित्सा दास्तावेज देने से इनकार कर दिया।
सरकारी संवाद एजेंसी तास ने कहा कि पुलिस अब भी जानबूझकर उन्हें जहर देने की संभावना पर विचार नहीं कर रही है। वर्ष 2006 में जहर देकर ही मारे गए एलेक्सजेंडर लिटविनेंको की पत्नी ने चिंता जताते हुए कहा कि नवलनी के रूस में मौजूद दुश्मनों ने नया हथकंडा अपनाया है। ब्रिटिश विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने ट्वीट कर कर कहा कि वह राजनीतिज्ञ को जहर देने की आंशका संबंधी खबर से चिंतित हैं।
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