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South China Sea: फिलीपीन्‍स ने चीन को दी चेतावनी, हमला किया तो बुला लेंगे अमेरिकी सेना


फिलीपीन्‍स ने चीन को चेतावनी दी है कि अगर उसने दक्षिण चीन सागर में उसके नौसैनिक जहाजों पर हमला किया तो वह अमेरिकी सेना को बुलाने के लिए बाध्‍य हो जाएगा। फिलीपीन्‍स के विदेश मंत्री टेओडोरो लोकसिन ने बुधवार को कहा क‍ि चीन ने अगर हमला किया तो वह अमेरिका के साथ अपने रक्षा समझौते को लागू कर देगा। इससे पहले फिलीपीन्‍स के राष्‍ट्रपति रोड्रिगो डुटेर्टे के प्रशासन ने कहा था कि उनकी सरकार अमेरिका से मदद नहीं मांगेगी।

माना जा रहा है कि फिलीपीन्‍स और चीन के बीच साउथ चाइना सी में बढ़ते तनाव के बाद मनीला ने पेइचिंग को यह चेतावनी दी है। विदेश मंत्री लोकसिन ने कहा कि चीन की चेतावनी के बाद फिलीपीन्‍स की वायुसेना आगे भी साउथ चाइना के ऊपर गश्‍त लगाती रहेगी। चीन ने इसे अवैध उकसावे वाली कार्रवाई बताया है। लोकसिन ने कहा, ‘वे इसे अवैध कार्रवाई बताते हैं, आप उनके दिमाग को नहीं बदल सकते हैं। वे पहले ही न्‍यायालय में हार चुके हैं।’

लोकसिन ने आगे कहा कि अगर चीन इससे आगे बढ़ते हुए हमारे जहाजों पर हमला करता है तो हम अमेरिकी सेना को बुला लेंगे। उन्‍होंने यह नहीं बताया कि किन परिस्थितियों में फ‍िलीपीन्‍स अमेरिका को बुलाएगा, इस पर उन्‍होंने जवाब नहीं दिया। विदेश मंत्री लोकसिन ने इससे पहले अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो से बात की थी। लोकसिन का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब अमेरिका और चीन के बीच साउथ चाइना सी को लेकर व‍िवाद बढ़ता ही जा रहा है।

साउथ चाइना सी: चीन-ताइवान ‘आमने-सामने’, गरज रहीं तोपें, बरस रहे बम

तामसुई नदी पर युद्धाभ्यास का महत्व काफी ज्यादा है। इस नदी के एक किनारे पर ताइवान है तो दूसरी ओर चीन। चीन के फाइटर जेट पिछले कुछ वक्त में ताइवान के काफी नजदीक आ चुके हैं। वहीं, चीन भी ईस्ट चाइना सी में बोहाई समुद्र के तट पर युद्धाभ्यास कर रहा है जहां से वह ताइवान पहुंच सकता है। चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की थलसेना ने यहां अपने हथियारों के साथ कई ड्रिल कीं। इस दौरान एयर डिफेंस सिस्टम की प्रैक्टिस की गई। साथ ही रडार से उपकरण न जाम हों, इस क्षमता को बेहतर बनाने की कोशिश भी की गई। (Source: Global Times)

गुवांडू एरिया कमांड ने मंगलवार दोपहर को तामसुई नदी से दुश्मन के घुसने की स्थिति में कैसे निपटना है, सैन्य उपकरणों के साथ इसका युद्धाभ्यास किया। यह कमांड तामसुई नदी की सिक्यॉरिटी का जिम्मेदार है और राजनीतिक और आर्थिक केंद्र ताइपेई की सुरक्षा संभालता है। सेना के मुताबिक हमले की स्थिति में सेना तामसुई से 9 किमी दूर स्थित गुवांडू पुल को उड़ाया जा सकता है और उसके मलबे से दुश्मन को दाखिल होने से रोका जा सकता है। मिलिट्री न्यूज एजेंसी के मुताबिक ताइवान के गुवांडू एरिया कमांड ने नदी से दुश्मन के दाखिल होने की स्थिति से निपटने के लिए युद्धाभ्यास किया।

एरिया कमांड ने हमले की जानकारी मिलने पर स्थानीय पुलिस और सिविल डिफेंस टीमों के साथ मिलकर दुश्मन को आगे बढ़ने से रोकने की कोशिश की। इसके लिए रास्ते में रुकावटें बनाई गईं और दुश्मन बल पर गोलीबारी के इस्तेमाल की प्रैक्टिस की गई। इस दौरान पानी और हवा, दोनों से दुश्मन पर नजर रखी गई। दुश्मन के फायरिंग रेंज में दाखिल होते ही पहली पंक्ति के सुरक्षाबल ने गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। इसी दौरान CM-11 टैंकों और दूसरे वीइकल्स ने दुश्मन को आगे बढ़ने से रोका।

इससे पहले सोमवार को ताइचुंग और कॉशिउंग एयरबेस पर हुए युद्धाभ्यास में फाइटर जेट और दूसरे प्लेन ने हमले के हालात में सबसे पहले पूर्व की ओर उड़ान भरकर खुद को बचाने की प्रैक्टिस की। चीन के फुहियान प्रांत से मिसाइल हमला होने के हालात में सैन्यकर्मियों और उपकरणों को कैसे सुरक्षित स्थानों पर ले जाना है, इसकी प्रैक्टिस भी की जाएगी। इस दौरान देश की नौसेना अपने जहाजों और पनडुब्बियों को लेकर प्रशांत के तट पर बने बेस पर जाएगी ताकि चीन से सीधी जंग को टाला जा सके और अंतरराष्ट्रीय मदद मिलने तक अपनी रक्षा की जा सके।

ताइवान चीन के खिलाफ किसी भी तरह की स्थिति के लिए किस हद तक खुद को तैयार कर रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह देश की राष्ट्रपति को PLA के हाथों किडनैप होने की स्थिति से निपटने की प्रैक्टिस भी करेगा। इसके अलावा 10 साल में पहली बार लाइव टॉर्पीडो टेस्ट भी किया जाएगा। F-16V पानी और हवा में पट्रोल करेंगे। यही नहीं, एक ऐसी बटालियन भी युद्धाभ्यास का हिस्सा होगी जिसमें स्नाइपर और सैनिक होंगे जो मानवरहित एयरियल वीइकल्स और पोर्टबल मिसाइल लॉन्चर्स को ऑपरेट करेंगे।

चीन ने चार मिसाइलों का परीक्षण किया
इससे पहले बुधवार की रात को साउथ चाइना सी में अपनी शक्ति का प्रदर्शन करते हुए चीन ने चार मिसाइलों का परीक्षण किया था। बताया जा रहा है कि ये चारों मध्यम दूरी तक मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइलें थीं। चीन ने पहले ही हेनान द्वीप के पास मिसाइल टेस्ट को लेकर नोटम जारी किया हुआ था। जिसके कारण इस क्षेत्र में हवाई यातायात को प्रतिबंधित कर दिया गया था।

चीन ने यह कदम अमेरिकी खोजी जहाजों के उसकी वायुसीमा के नजदीक उड़ान भरने के बाद उठाया है। रिपोर्ट के अनुसार, चीन ने इन मिसाइलों का टेस्ट हेनान द्वीप और पारसेल द्वीप के बीच किया है। कुछ दिन पहले अमेरिकी एयरक्राफ्ट कैरियर रोनाल्ड रीगन ने पारसेल द्वीप के पास ही युद्धाभ्यास किया था। माना जा रहा है कि उसी का जवाब देने के लिए चीन ने मिसाइल टेस्ट के लिए इस जगह को चुना था।