
भारत से लद्दाख में मुंह की खाने के बाद चीन अब पेइचिंग से न्यूयॉर्क तक शांति का राग अलाप रहा है। संयुक्त राष्ट्र की 75वीं वर्षगाठ पर आयोजित कार्यक्रम में साफ झूठ बोलते हुए चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि हमने किसी की एक इंच भूमि भी नहीं कब्जाई। चीन हमेशा से विश्व शांति का प्रवर्तक रहा है। पीपुल्स रिपब्लिक की स्थापना के बाद से चीन ने कभी भी किसी को युद्ध के लिए नहीं उकसाया है।
शांतिपूर्ण विकास में योगदान देता है चीन
इतनी ही नहीं, झूठ बोलने में एक कदम और आगे बढ़ते हुए चीनी विदेश मंत्री ने कहा कि दुनिया का सबसे बड़ा विकासशील देश और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य होने के कारण चीन ने शांति और विकास में योगदान देकर संयुक्त राष्ट्र के आदर्शों को अपनाया है। उन्होंने यह भी कहा कि चीन ने अपने संविधान में शांतिपूर्ण विकास के लिए अपनी प्रतिबद्धता को संहिताबद्ध किया है।
हमने कभी भी क्षेत्रीय विकास नहीं किया
उन्होंने यह भी कहा कि हमने कभी भी किसी भी देश में घुसपैठ, आक्रमण, क्षेत्रीय विस्तार या किसी क्षेत्र में अपने प्रभाव को नहीं बढ़ाया है। चीन खुद पर गर्व करता है और अपने विकास पथ पर पूरा भरोसा करता है। हम अन्य देशों के विकास पथ का भी सम्मान करते हैं। हम वैचारिक टकराव या दूसरे देश में अपनी प्रणाली को बढ़ाने में विश्वास नहीं रखते हैं।
इशारों में भारत और अमेरिका को धमकाया
इतना ही नहीं उन्होंने इशारों-इशारों में धमकाते हुए कहा कि चीन कभी भी मुसीबत को भड़काता नहीं है, लेकिन अगर हमें उकसाया गया तो हम पीछे भी नहीं हटते। हम चीन की संप्रभुता और प्रतिष्ठा का बचाव करेंगे। हम चीन के वैध अधिकारों और हितों को बनाए रखेंगे। चीन वैश्विक विकास में योगदानकर्ता रहा है। चीन ने 14 बिलियन चीनी लोगों की बुनियादी जरूरतों को पूरा किया है।
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