Wednesday , December 24 2025 11:46 AM
Home / News / चीन ने US नेवल बेस गुआम पर हमले का जारी किया नकली वीडियो, H-6 बॉम्बर से किया अटैक

चीन ने US नेवल बेस गुआम पर हमले का जारी किया नकली वीडियो, H-6 बॉम्बर से किया अटैक


अमेरिका से जारी तनाव के बीच चीन ने प्रशांत महासागर में स्थित अमेरिकी नौसैनिक बेस गुआम पर हमले का नकली वीडियो जारी किया। इस हमले में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स ने अपने एच-6 परमाणु बॉम्बर का उपयोग किया। चीनी सेना ने इस हमले का बकायदा एक सिमुलेटेड वीडियो भी जारी किया है, जिसमें उसका एच-6 बॉम्बर अमेरिकी एंडरसन एयर फोर्स बेस पर बम गिराता दिखाई दे रहा है।
चीनी एच-6 बॉम्बर ने गुआम में किया ‘अटैक’
पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स के वीबो अकाउंट पर यह वीडियो शनिवार को अपलोड किया गया था। चीनी वायुसेना का दो मिनट और 15 सेकंड का यह वीडियो किसी हॉलीवुड फिल्म की ट्रेलर की तरह दिखाई दे रहा है। जिसमें चीन का एच-6 बॉम्बर रेगिस्तान में स्थित किसी एयरफोर्स बेस से उड़ान भरता दिखाई दे रहा है। वीडियो में कहा गया है कि युद्ध के देवता एच-6के हमले पर जा रहे हैं।

अमेरिकी एयरफोर्स पर चीनी बॉम्बर ने बरसाए बम
इस वीडियो में आगे दिखाई देता है कि चीनी एयरफोर्स का पायलट आसमान में एक बटन दबाता है और मिसाइल समुद्र के किनारे बने एक रनवे पर गिरकर फट जाती है। जैस ही मिसाइल रनवे से टकराती है वैसे ही उपग्रह से इसका चित्र दिखाया जाता है। जिसमें यह रनवे अमेरिकी नेवल बेस गुआम के एंडरसन एयरफोर्स बेस की तरह दिखाई देता है। इस वीडियो में चीनी एयरफोर्स ने कई तरह के म्यूजिक का भी प्रयोग किया है।

चीनी और अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने नहीं की कोई टिप्पणी
PLAAF ने वीडियो को जारी कर कैप्शन में लिखा कि हम मातृभूमि की हवाई सुरक्षा के रक्षक हैं। हमारे पास मातृभूमि के आसमान की सुरक्षा करने का हमेशा से भरोसा और क्षमता है। इस वीडियो के जारी होने के बाद न तो चीनी रक्षा मंत्रालय ने और न ही अमेरिकी इंडो-पैसिफिक कमांड ने अभी तक कोई टिप्पणी की है।
चीन ने इसलिए जारी किया है यह वीडियो
सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस एंड स्ट्रेटेजिक स्टडीज के एक रिसर्च फेलो कोलिन कोह ने कहा कि चीन ने इस वीडियो को एक खास मकसद से जारी किया है। चीन के इस वीडियो को जारी करने का उद्देश लंबी दूरी तक मार करने की उसकी क्षमताओं का प्रदर्शन करना है। इस वीडियो के जरिए चीन ने अमेरिका को चेतावनी भी दी है कि वह ताइवान और साउथ चाइना सी में विवादों से दूर रहे।
प्रशांत महासागर में अमेरिका का बड़ा सैन्य ठिकाना है गुआम
प्रशांत महासागर में स्थित गुआम नेवल बेस चीन के नजदीक अमेरिका का बड़ा सैन्य ठिकाना है। इस नेवल बेस की बदौलत अमेरिका चीन के साथ उत्तर कोरिया की हरकतों पर भी करीबी नजर रखता है। हाल के दिनों में चीन से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने गुआम नेवल बेस पर सैनिकों की संख्या के साथ ही कई आधुनिक एयरक्राफ्ट को भी तैनात किया है। यहां से मिनटों में अमेरिकी बॉम्बर साउथ चाइना सी में स्थित चीन के कई सैन्य ठिकानों पर भीषण बमबारी कर सकते हैं।

चीन की सरकारी मीडिया सीसीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, तिब्बत मिलिट्री एरिया कमांड के एक विशेष ऑपरेशन ब्रिगेड और ऑर्मी एविएशन ब्रिगेड ने मिलकर स्पेशल पैरा कमांडो टीम को हाई एल्टीट्यूड से जंप करने की ट्रेनिंग दी। इस रिपोर्ट में ट्रेनिंग की जगह का खुलासा नहीं किया गया है। इस अभियान में अबतक 300 सैनिकों को ट्रेनिंग दी गई है।
भारत और चीन के बीच तनाव वाला इलाका अत्याधिक ऊंचाई पर स्थित है। इन इलाकों में आवागमन के साधन और रास्तों का भी अभाव हैष ऐसे में अगर युद्ध जैसी परिस्थितियां बनती हैं तो जल्द से जल्द सैनिकों की तैनाती हवाई मार्ग से ही की जा सकती है। ऐसे में हर देश अपनी सेना में एक खास पैराशूट ब्रिगेड जरूर रखती है। इसमें शामिल जवान अत्याधिक ऊंचाई से पैराशूट के सहारे मिशन वाले इलाके में जल्द से जल्द पहुंच सकते हैं।

सीसीटीवी ने अपनी रिपोर्ट में भारत के साथ तनाव का जिक्र नहीं किया। लेकिन, उसके रिपोर्ट का पूरा सार तिब्बत क्षेत्र में चीनी पीएलए को मजबूती देना रहा। PLA के सेंट्रल थिएटर कमांड के एक आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर शियान Y-20 एयरलिफ्ट जहाज की तस्वीर पोस्ट की गई है। इनके साथ तीन शियान H-6 स्ट्रेटजिक बॉम्बर भी उड़ान भरते दिखाई दे रहे हैं।

सीसीटीवी ने अगस्त में ही एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें दावा किया गया था कि चीन के Y-20 एयरलिफ्ट जहाजों की सहायता से पैराट्रूपर्स की टीम और उनके भारी साजो सामान को पहले ही भारत से लगी सीमा पर पहुंचाया जा चुका है। इसमें 107 मिलीमीटर के मल्टीबैरल रॉकेट लॉन्चर शामिल थे। इनकी रेंज 8 किलोमीटर की मानी जाती है। ये हथियार पैराट्रूपर्स की पहली पसंद माने जाते हैं, क्योंकि वजन में हल्के होने के कारण इन्हें आसानी से कहीं भी तैनात किया जा सकता है।

हांगकांग के सैन्य विशेषज्ञ सांग झोंगपिंग ने चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की पोल खोलते हुए कहा कि चीन ने अपनी सेना की अलग-अलग इकाइयों से पैराशूट ट्रेनिंग के लिए स्पेशल फोर्स को बुलाया है। इससे स्पष्ट संकेत मिलता है कि चीन संभावित युद्ध की तैयारी कर रहा है। उधर भारतीय फौज पहले से ही माउंटेन वॉरफेयर और ऊंचाईयों पर युद्ध लड़ने में माहिर है।

उन्होंने चीनी सेना की पोल खोलते हुए कहा कि उनके सैनिक इस इलाके में रहने के आदि नहीं हैं। अगर अत्याधिक ऊंचाई वाले इलाके में एयरड्राप किया गया तो पतली हवा होने के कारण इन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यहां तैनात हथियारों को भी ऊंचाई और परिस्थिति के हिसाब से चीनी सेना को ढालना पड़ेगा।

चीन ने भारत सीमा पर तैनात किया है यह बॉम्बर
चीन ने लद्दाख में जारी तनाव के बीच इस बॉम्बर को होटान एयरबेस पर भी तैनात किया है। चीन को डर है कि भारत के साथ अगर युद्ध होता है तो उसके फ्रंटलाइन के फाइटर जेट ऊंचाई के कारण ज्यादा प्रभावी नहीं होंगे। ऐसे में उसे इस स्ट्रैटजिक बॉम्बर से हमला करना पड़ेगा। इसलिए चीन ने बड़ी संख्या में इन बॉम्बर्स को भारत से लगी सीमा पर तैनात किया है।