
उइगर मुसलमानों पर चीन जो अत्याचार कर रहा है, वो सारी दुनिया जानती है। 45वें मानवीय अधिकार परिषद के सैशन दौरान यू.एन. के सामने चीन की तरफ से लापता किए गए और अत्याचार के शिकार हुए लोगों की तस्वीरों की प्रदर्शनी लगा कर उनके लिए न्याय मांगा गया है।
विश्व उइगर कांग्रेस (डबल्यू.यू.सी.) की तरफ से तीन दिनों के लिए तस्वीरों द्वारा विरोध प्रदर्शन करने का आयोजन किया गया, जिसमें चीन के राज्य शिंजियांग में हो रहे अत्याचार की तस्वीरें सांझी की गई। इस सबका मकसद अंतर्राष्ट्रीय भाईचारे के आगे उइगर पीड़ितों की असली तस्वीरें लाना था जिससे उन्हें पता चल सके कि वह कौन से संकट से गुजर रहे हैं।
डबल्यू.यू.सी. के प्रमुख डोलकन ईसा ने कहा कि हम इस प्रदर्शनी का प्रबंध करके लोगों को बताना चाहते हैं कि उइगर लगतार चीन की तरफ से नसलकुशी के शिकार हो रहे हैं। आज चीन की सरकार के कारण 3 मिलियन से अधिक उइगर मुसलमान दुखी हैं और कैंपों में अत्याचार सहन कर रहे हैं।
चीनी सरकार उइगर मुसलमानों को जबरन मजदूरी के तौर पर इस्तेमाल कर रही है। इसलिए हम विशव को चीन के साथ कारोबार बंद करने के लिए कह रहे हैं। हम चीनी सरकार को विनती कर रहे हैं कि उइगर नसलकुशी को रोका जाए। उन्होंने विश्व से मदद मांगी है जिससे उइगरों को चीन की गिरफ्त से छुडाया जा सके।
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