
यमन में शनिवार को सेना और हूती विद्रोहियों के बीच हुई भीषण झड़प में 23 लोगों के मारे जाने की खबर है। यमन के अधिकारियों और कबायली नेताओं ने शनिवार को कहा कि मारिब प्रांत और होदेइदा में पिछले तीन दिनों में सरकारी सुरक्षा बलों और हूती विद्रोहियों के बीच संघर्ष में 23 लोग मारे गए हैं। यमन में 2014 में युद्ध शुरू हुआ था जब ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने राजधानी और देश के उत्तरी भूभाग पर कब्जा कर लिया।
सऊदी सेना दे रही यमन का साथ
बाद में सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन बल ने राष्ट्रपति आबेद रब्बो मंसूर हादी की सरकार को स्थापित करने के लिए सैन्य अभियान शुरू कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि तेल संपदा से संपन्न मारिब प्रांत में हालिया झड़प में 23 से ज्यादा लोगों की मौत हो गयी और कई लोग घायल हो गए। ईरान समर्थित विद्रोही गुट क्षेत्र में कब्जा करना चाहता है।
होदेइदा में भीषण लड़ाई जारी
कबायली नेताओं ने कहा कि हूती विद्रोहियों ने मारिब में सरकारी बलों से लड़ने के लिए अतिरिक्त लड़ाकों को तैनात किया है लेकिन उन्हें कोई सफलता नहीं मिली है । कबायली नेताओं के मुताबिक सऊदी अरब के नेतृत्व वाले बल ने हूती लड़ाकों को निशाना बनाया है। यमन के अधिकारियों ने बताया कि बंदरहगाह शहर होदेइदा के दुरायहिमी में बुधवार को भीषण लड़ाई छिड़ गयी।
मानवीय संकट में फंस सकता है यमन
होदेइदा बंदरगाह के जरिए यमन की 70 प्रतिशत वाणिज्यिक गतिविधियां होती है। यहीं से राहत सामग्री भी यमन तक पहुंचायी जाती है। यमन में युद्ध से गंभीर मानवीय संकट पैदा हो गया है। लाखों लोग खाद्यान्न और चिकित्सा सामग्री से वंचित हैं । लड़ाकों और आम नागरिकों समेत 1,12,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
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