
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मध्यस्थता करने के बाद आर्मीनिया-अजरबैजान के बीच शनिवार से संघर्षविराम होना था। हालांकि, रविवार को ही अजरबैजान ने आरोप लगाया दिया है कि आर्मीनिया ने बीती रात उसके बड़े शहरों पर हमले किए हैं। बता दें कि दोनों देशों के बीच सीमा पर मौजूद नागोर्नो-कारबाख क्षेत्र को लेकर कई हफ्तों से संघर्ष चल रहा है।
9 की मौत का दावा
अजरबैजान के अधिकारियों ने कहा कि आर्मीनिया के सुरक्षा बलों द्वारा देश के दूसरे सबसे बड़े शहर गांजा को निशाना बनाकर मिसाइलें दागी गईं, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग घायल हो गए। इसके अलावा एक रिहाइशी इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। अजरबैजान के महाभियोजक कार्यालय के अनुसार मिंगाशेविर शहर भी रविवार तड़के मिसाइल हमले की चपेट में आ गया।
‘संघर्षविराम का पालन’
दूसरी ओर नागोर्नो-कारबाख के सैन्य अधिकारियों ने गांजा शहर पर हमले की बात से रविवार को इनकार करते हुए कहा कि क्षेत्र की सेना संघर्ष विराम का पालन कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अजरबैजान की सेना ने क्षेत्र की राजधानी स्टेपनाकर्ट और अन्य इलाकों में गोलीबारी की है।
10 घंटे से ज्यादा हुई थी बातचीत
इससे पहले रूसी विदेश सर्गेई लावरोव ने जानकारी दी थी कि युद्धबंदियों और अन्य पकड़े गए व्यक्तियों की अदला-बदली के मानवीय उद्देश्य के साथ-साथ सैनिकों के शवों की अदला-बदली पर सहमति के साथ युद्धविराम घोषित किया गया है। युद्धविराम की घोषणा लावरोव, अजरबैजान और आर्मेनियाई विदेश मंत्रियों जेहुन बेरामोव और जोहराब मेनात्सकनयान के बीच त्रिपक्षीय वार्ता के बाद हुई, जिसमें नागोर्नो-काराबाख में क्षेत्र में लड़ाई खत्म कराने संबंधी समाधान को लेकर 10 घंटे से अधिक समय तक बातचीत हुई।
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