
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन और नवनिर्वाचित उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के शपथ ग्रहण से जुड़े ऑनलाइन समारोह की शुरुआत में परंपरागत भारतीय रंगोली भी उकेरी जाएगी।
रंगोली को तमिलनाडु में कोलम के नाम से जाना जाता है। घर के द्वार पर इसे बनाना शुभ माना जाता है। हैरिस की मां मूल रूप से तमिलनाडु की रहने वाली थीं।
बाइडन और हैरिस के स्वागत के लिए और अमेरिका की बहुसांस्कृतिक विरासत को दर्शाने के लिए एक वीडियो में शनिवार को कोलम की हजारों तस्वीरों को गूंथा गया।
रंगोली के हजारों डिजाइन बनाने के लिए अमेरिका और भारत के 1,800 से अधिक लोगों ने इस ऑनलाइन पहल में हिस्सा लिया।
इस पहल में भाग लेने वाली मल्टीमीडिया कलाकार शांति चंद्रशेखर ने कहा, ‘‘ कई लोगों का मानना है कि कोलम सकारात्मक ऊर्जा और नई शुरुआत का प्रतीक है। विभिन्न समुदायों के सभी आयुवर्ग के लोगों ने पर्यावरण के अनुकूल सामग्री से बनी रंगोलियां बनाने की इस पहल में अपने-अपने घर से भाग लिया। स्थानीय स्तर पर शुरू की गई यह पहल हमारी उम्मीदों से अधिक बड़ी बन गई।’’शुरुआत में इसे व्हाइट हाउस के बाहर बनाया जाना था। बाद में इसे कैपिटल हिल के बाहर बनाने की अनुमति दे दी गई थी, लेकिन वाशिंगटन डीसी में सुरक्षा के अभूतपूर्व प्रबंधों के कारण यह अनुमति रद्द कर दी गई। ‘इनॉगरेशन कोलम 2021’ आयोजन दल की सदस्य सौम्या सोमनाथ ने कहा कि स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों की मंजूरी के बाद इसे प्रदर्शित किये जाने की तारीख तय की जाएगी। वाशिंगटन डीसी पब्लिक स्कूल की कला निदेशक मैरी लांबर्ट और विजुअल आर्ट मैनेजर लिंडसे वांसे ने चंद्रशेखर के साथ मिलकर योगदान दिया और कुछ ही दिन बाद पद्भार संभालने आने वाले बाइडन का स्वागत करने के लिए हजारों कोलम रचनाओं से मिलाकर वीडियो बनाया।
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