
अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सबसे ज्यादा किसी चीज को अहम बताया है वह है एकता। बुधवार को शपथ लेने के बाद अपने पहले भाषण में बाइडेन ने उन मूल्यों की जरूरत बताई जिनका विरोधी होने के आरोप पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को माना जाता था। ट्रंप ने पद पर काबिज होने से पहले नारा दिया था ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ लेकिन अपने कार्यकाल के आखिरी साल में उनके ऊपर समाज को विभाजित करने के आरोप खूब लगे। वहीं, बाइडेन ने मेक अमेरिका ‘एक’ अगेन के तर्ज पर एकजुट होने की बात की है।
‘लोकतंत्र की जीत’ : बाइडेन ने शपथ ग्रहण करने के बाद कहा कि यह जश्न किसी उम्मीदवार की जीत नहीं बल्कि लोकतंत्र की जीत हुई है। उन्होंने कहा, ‘आज का दिन अमेरिका का है। यह लोकतंत्र का दिन है। यह इतिहास और आशा का दिन है।’ बाइडेन ने कहा, ‘आज हम एक उम्मीदवार की जीत का नहीं, बल्कि एक उद्देश्य की, लोकतंत्र के उद्देश्य की जीत का उत्सव मना रहे हैं।’
‘मेरी पूरी आत्मा लगी है’ : देश के नए राष्ट्रपति ने कहा, ‘जनता की इच्छाओं को सुना और समझा गया है।’ उन्होंने कहा, ‘श्वेतों को श्रेष्ठ मानने की मानसिकता, घरेलू आतंकवाद को हराएंगे। मैं चाहता हूं कि प्रत्येक अमेरिकी हमारी इस लड़ाई में शामिल हो।’ एकता की अहमियत पर जोर दिया और कहा कि उनकी पूरी आत्मा इसमें लगी है। बाइडेन ने कहा, ‘आज, जनवरी के इस दिन को मेरी पूरी आत्मा इसमें लगी है। अमेरिका को साथ लाने में, लोगों को एकजुट करने में, देश को एकजुट करने में।’
‘एकजुट होने की जरूरत’ : बाइडेन ने अमेरिका के लोगों से साथ आने को कहा ताकि देश के सामने जो चुनौतियां हैं, उन्हें पार किया जा सके। उन्होंने कहा कि उन चुनौतियों को हराने के लिए, देश की आत्मा को जिंदा करने के लिए अमेरिका का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए अमेरिका को शब्दों से ज्यादा एकता की जरूरत होगी। बाइडेन ने कहा कि दुश्मनों का सामना करने के लिए एकजुट होना होगा-गुस्सा, नफरत, कट्टरवाद, कानून का उल्लंघन, हिंसा, बीमारी, बेरोजगारी और निराशा। एकता के साथ महान और अहम चीजें की जा सकती हैं।
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