
बचपन में दो बार बलात्कार की शिकार हुई 26 साल की इजरायली लड़की ओरिन जूली पूरे देश में क्वीन ऑफ गन्स के नाम से नाम से मशहूर हैं। वह अब पूरी दुनिया में महिलाओं को हथियार रखने को लेकर जागरूक भी कर रही हैं। वह बंदूकों के साथ अपनी कई तस्वीरें सोशल मीडिया में शेयर करती हैं, जिससे उन्हें उम्मीद है कि महिलाओं के अंदर भी गन कल्चर को बढ़ावा मिलेगा। उनका मानना है कि बंदूकों को लेकर चलने से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा और देश में उनके खिलाफ हिंसा को भी रोका जा सकेगा।
महिलाओं को हथियार रखने को कर रहीं जागरूक : इजरायल में ओरिन जूली को क्वीन ऑफ गन्स के नाम से जाना जाता है। ओरिन को उम्मीद है कि एक दिन स्थानीय सरकार उनकी इस मुहिम पर ध्यान देगी और देश में अधिक से अधिक महिलाओं को कानूनी रूप से सुरक्षा के लिए बंदूक ले जाने की अनुमति दी जाएगी। इजरायल में सभी नागरिकों को एक निश्चित समय तक सैन्य सेवा करना अनिवार्य है। ओरिन जूली इजरायल में ऑनलाइन गन एक्सेसरी शॉप चलाती हैं।
दो बार बलात्कार की शिकार हो चुकी हैं इजरायली क्वीन ऑफ गन्स : उन्होंने कहा कि हथियार रखने को लेकर उनका जूनून उन्हें बलात्कार के बाद अपने बुरे अनुभवों को भूलने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि पहली बार उनके साथ बलात्कार छोटी उम्र में हुआ था। जिसके कारण अपने बुरे अनुभवों से निकलने में उन्हें मदद मिली। उन्होंने कहा कि मैं अपने जीवन में दो बार बलात्कार की शिकार हुई हूं। पहली बार 8 साल की उम्र में एक अधेड़ आदमी ने मेरा यौन शोषण किया था। इसने मुझे इतना प्रभावित किया कि मैंने अपना सारा आत्मविश्वास खो दिया और हर चीज से डर गई।
बलात्कार के बाद के अनुभवों को किया साझा : उन्होंने कहा कि इस घटना ने मुझे अंदर ही अंदर इतना डरा दिया कि मैं वास्तव में एक शांत बच्ची के रूप में बदल गई। तब मेरे कुछ ही दोस्त हुआ करते थे। मुझे हमेशा बड़ी उम्र के लोगों के ऊपर शक रहता था, मुझे उन पर कोई भरोसा नहीं था। दूसरी बार उनके साथ 15 साल की उम्र में बलात्कार हुआ। तब इस घटना को अंजाम उनके मात्र 3 साल बड़े शख्स ने दिया था। उन्होंने बताया कि इन दो घटनाओं के बाद मैंने इसे भुलाने के लिए वह सबकुछ किया जो मैं कर सकती थी।
पुलिस में नहीं की कोई कंप्लेन, परिवार से भी छिपाई घटना : उन्होंने बताया कि मैं उदार रहने लगी और अपने घर में ही पड़ी रहती थी। स्कूल जाने के लिए भी मुझे कई बार सोचना पड़ता था। इसने मेरी जिंदगी के हर पड़ाव को प्रभावित किया। जूली ने बताया कि इन घटनाओं की उन्होंने न तो पुलिस कंप्लेन की और न ही अपने परिवार में और दोस्तों को बताया। कई साल बाद जब उनके अंदर हिम्मत आई तो उन्होंने इस पूरी घटना को अपने परिवार के साथ शेयर किया।
इजरायली फोर्स ज्वाईन करने से मिला आत्मविश्वास : उन्होंने बताया कि 18 साल की उम्र में वो इजरायल डिफेंस फोर्स (आईडीएफ) में शामिल हो गईं और सर्च एंड रेस्क्यू यूनिट में एक कॉम्बेट सोल्जर के रूप में तीन साल तक सर्विस की। यहां उन्होंने बंदूक चलाना सीखा। इसके अलावा उन्होंने खुद को बचाने के लिए सेल्फ डिफेंस के कई गुर सीखे। उन्होंने कहा कि एक बच्चे के रूप में, मैं बहुत कमजोर थी, आत्मविश्वास से भरी नहीं थी और दुनिया की वास्तविकताओं से दूर हो गई थी, मुझे नहीं पता था कि मैं खुद कुछ भी कर सकती हूं। मुझे अपनी सुरक्षा के लिए मेरी मदद करने के लिए किसी मजबूत व्यक्ति की जरूरत थी लेकिन जब मैं फोर्स में शामिल हुई तो मेरे अंदर खुद ब खुद वो खूबियां विकसित हो गईं।
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