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बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पर हमले को बताया ‘आत्मरक्षा’, कहा- ‘हमारी जगह अमेरिका होता तो वह भी यही करता’

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने एक बार फिर गाजा पट्टी पर हमले की वकालत की है और कहा है कि एक देश को अपनी रक्षा करने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को पता है कि वह भी यही करता। CBS के ‘फेस द नेशन’ पर नेतन्याहू ने इन हमलों के पीछे किसी राजनीतिक मंशा से इनकार किया है। अब तक हुए हमलों में 174 फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है जिनमें से 47 बच्चे हैं और इजरायल में 10 लोग मारे गए हैं जिनमें से दो बच्चे हैं। गाजा में दोनों ओर से लड़ाई जारी है।
‘हमला करके आराम न करे हमास’ : नेतन्याहू ने दोहराया है कि इजरायल आतंकी संगठन हमास के खिलाफ लड़ रहा है जो नागरिकों के पीछे छिपा है। उन्होंने कहा है, ‘हमास को अगर लगता है कि वे हम पर रॉकेट से हमला करके आराम से बैठ सकते हैं, तो यह गलत है।’ उन्होंने कहा है कि इजरायल आतंकियों, उनके रॉकेट्स और हथियारों को निशाना बना रहा है और उन्हें बचने नहीं देगा। उन्होंने इंटरव्यूअर से भी सवाल किया कि अगर अमेरिका में यह हमला होता, तो क्या होता?
‘अभी लगेगा समय’ : नेतन्याहू ने उन आरोपों का भी खंडन किया है कि वह सत्ता में रहने के लिए ऐसी कार्रवाई कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कभी भी सैनिकों और नागरिकों की जान को राजनीतिक मतलब के लिए इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि सैन्य अभियान ‘पूरी ताकत के साथ’ जारी है और इसमें ‘अभी और समय लगेगा।’ नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल चाहता है कि हमास को ‘बड़ी कीमत चुकानी पड़े’ और संघर्ष के करीब एक सप्ताह बाद ‘शांति और सुरक्षा बहाली’ चाहता है।
साल 1991 में इराक ने अपनी स्‍कड मिसाइलों को इजरायल के तेलअवीव शहर पर दाग दिया था। इजरायल पर मंडराते इस बड़े खतरे से निपटने के लिए अमेरिका ने तत्‍काल अपनी पैट्रियट मिसाइलों को लॉन्‍च किया और सद्दाम हुसैन की स्‍कड मिसाइलों को बीच रास्‍ते में ही मार गिराया था। करीब 30 साल बाद एक बार फिर से इजरायल पर भीषण हमला हुआ। हमास ने इजरायल पर 1750 से ज्‍यादा रॉकेट दागे लेकिन इजरायली सुरक्षा बलों ने इस हमले को अपने देश में ही विकसित आयरन डोम मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम से बर्बाद कर दिया। आयरन डोम सिस्‍टम इजरायल के लिए आन-बान और शान का प्रतीक है जिसका मुरीद अब अमेरिका भी हो गया है और वह इसको खरीद रहा है। इसे दुनिया का बेस्‍ट एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्‍टम कहा जाता है। ‘आयरन डोम’ एक छोटी दूरी का एयर डिफेंस सिस्टम है, जिसे रॉकेट, तोपखाने और मोर्टारों को नष्ट करने के लिए डिजाइन किया गया है। इजरायल का यह सिस्‍टम कई बार अपनी सफलता से दुनिया को हैरत में डाल चुका है।
आयरन डोम रक्षा प्रणाली हर मौसम में काम कर सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह रेंज और निशाने पर लिए गए क्षेत्र की दिशा की जांच करता है और वॉर्निंग सायरन बजाता है। सायरन बजने के बाद स्थानीय लोगों के पास सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए 30 से 90 सेकंड का समय होता है। इसके बाद आयरन डोम अपने रेडॉर की मदद से हमले का अंदाजा लगाते हुए ‘आयरन डोम’ ऑपरेटर्स काउंटर मिसाइल लॉन्च करता है और रॉकेट को हवा में नष्ट कर देता है। आयरन डोम के प्रत्‍येक लॉन्‍चर में 20 इंटरसेप्‍टर मिसाइलें होती हैं। इन मिसाइलों में रॉकेट और मिसाइलें को सूंघने की बेजोड़ क्षमता होती है। यह 70 किमी की ऊंचाई तक रॉकेट हमले को बर्बाद कर देता है। हालां‍कि इजरायल को इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ती है। उसे प्रत्‍येक इंटरसेप्‍टर मिसाइल पर 50 हजार डॉलर खर्च करना पड़ता है। इजरायल ने हमले के खतरे को देखते हुए पूरे देश में अज्ञात जगहों पर आयरन डोम सिस्‍टम की बैटरी को तैनात कर रखा है।
इजरायल ने वर्ष 2011 में पहली बार आयरन डोम सिस्‍टम को तैनात किया था। वर्ष 2006 में इजरायल-लेबनान युद्ध के बाद इजरायल सरकार ने इस सिस्‍टम को बनाने का ऐलान किया था। इजरायल-लेबनान युद्ध में हिज्‍बुल्‍ला ने हजारों की तादाद में रॉकेट इजरायल पर दागे थे। इस हमले से सबक लेते हुए इजरायल ने आयरन डोम सिस्‍टम को बनाने का फैसला किया था। आयरन डोम सिस्‍टम का निर्माण इजरायल के राफेल अडवांस्‍ड डिफेंस सिस्‍टम ने किया था। इसमें उसकी इजरायल एयरोस्‍पेस इंडस्‍ट्रीज ने भी मदद की है। राफेल कंपनी का दावा है कि आयरन डोम 90 फीसदी हमलों को रोकने में सक्षम है। इसका एक मोबाइल वर्जन भी है जो सेना, उद्योगों और प्रशासनिक इमारतों को हवाई सुरक्षा देने का काम करता है। आयरन डोम का नौसैनिक वर्जन भी है जो समुद्र में इजरायली जहाजों को सुरक्षा प्रदान करता है। आयरन डोम दिन और रात दोनों ही समय काम करने में सक्षम है। इजरायल अमेरिका के लिए भी एक आयरन डोम बना रहा है जिसका नाम स्‍काई हंटर दिया गया है।
इजरायल ने हमास के हमलों का करारा जवाब देने के लिए हजारों की तादाद में सैनिक और टैंक गाजा सीमा पर तैनात कर दिए हैं। वहीं दूसरी ओर इजरायल के 160 विमान गाजा शहर में चुन-चुनकर हमास के ठिकानों पर तबाह कर रहे हैं। ताजा घटना में इजरायल के लड़ाकू विमानों, टैंक और तोपों ने हमास की मेट्रो सुरंगों पर बम बरसाकर उसे कई किलोमीटर तक तबाह कर दिया। इजरायली सेना ने एक बयान जारी करके कहा कि सुरक्षा बलों ने हमास के 150 ठिकानों को निशाना बनाया। इजरायल ने कहा कि हमास के सदस्‍य गाजा शहर से सुरंगे बनाते हैं ताकि इजरायल के अंदर घुसपैठ की जा सके। इजरायली सेना ने बताया कि कई रॉकेट लॉन्‍च करने के स्‍थानों को भी निशाना बनाया गया है। इजरायल के टैंक और हजारों की तादाद में सैनिक शुक्रवार को गाजा की सीमा पर पहुंच गए हैं। ये फलस्‍तीनी इलाकों में गोलाबारी कर रहे हैं। हमास के खिलाफ जोरदार कार्रवाई के लिए इजरायल ने अपने 9 हजार रिजर्व सैनिकों को काम पर बुलाया है। इजरायली अधिकारियों ने सीमा पर रहने वाले अपने लोगों को बंकरों के अंदर चले जाने को कहा है।
गाजा में असोसिएटेड प्रेस के ऑफिस पर हमले का भी नेतन्याहू ने बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि उस इमारत में हमास का ऑफिस भी था और उसके अधिकारी रहते थे। उन्होंने दावा किया कि हमले से पहले इमारत को खाली कराया गया था, इसीलिए घटना में किसी को नुकसान नहीं हुआ है। उन्होंने यह भी बताया कि इसके बारे में अमेरिका की खुफिया एजेंसियों से जानकारी शेयर की गई है।