
उत्तर कोरियाई मिसाइल परीक्षण से भड़के तनाव के बीच अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया है कि सत्ता छोड़ने के बाद भी उनकी तानाशाह किम जोंग उन से बातचीत होती रहती है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्टर मैगी हैबरमैन ने ट्रंप के हवाले से कहा, ‘जहां तक हम जानते हैं, उनके संबंधों में स्थिरता है।’ मैगी ने ट्रंप पर लिखी अपनी किताब ‘द कॉन्फिडेंस मैन’ में यह खुलासा किया है।
इससे पहले साल 2018 में डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया था कि वह और किम जोंग उन पत्रों का आदान प्रदान होने के बाद ‘प्यार में आ गए’। ट्रंप के इस दावे की दुनियाभर में चर्चा हुई थी। हालांकि तीन बार मुलाकात के बाद भी ट्रंप उत्तर कोरियाई तानाशाह को मिसाइल और परमाणु बम छोड़ने के लिए मना नहीं पाए थे। मैगी हैबरमैन ने कहा कि ट्रंप के इस दावे की पुष्टि नहीं की जा सकती है और यह सच नहीं भी हो सकता है।
एकमात्र विदेशी नेता जिसके साथ उनका अभी भी संपर्क : मैगी हैबरमैन ने कहा कि ट्रंप के मुताबिक किम जोंग उन एकमात्र विदेशी नेता हैं जिसके साथ उनका संपर्क अभी भी बना हुआ है। उधर, अमेरिका के विदेश विभाग ने ट्रंप के इस दावे पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है। वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति कार्यालय वाइट हाउस ने भी कोई टिप्पणी नहीं की है। वहीं ट्रंप के प्रतिनिधि ने भी इस दावे पर कोई बयान नहीं दिया है।
इससे पहले द वाशिंगटन पोस्ट के संपादक व खोजी पत्रकार बॉब वुडवर्ड की किताब रेज में ट्रंप के हवाले से दावा किया गया है कि किम जोंग उन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति को अपने फूफा की हत्या का किस्सा बताया था। साल 2013 में किम जोंग के फूफा जांग सांग थायक उत्तर कोरिया के सबसे शक्तिशाली नेताओं में से एक थे। इस किताब में बॉब वुडवर्ड ने लिखा कि ट्रंप ने उन्हें कहा कि कुछ साल पहले जब किम जोंग उन उनसे मिले तो दोनों के बीच काफी गर्मजोशी से बात हुई। ट्रंप ने किताब के लेखक से कहा कि किम मुझे हर चीज बताता है। उसने मुझे हर बात बताई। उसने अपने फूफा की हत्या की और कदमों में उसका शरीर रख दिया और फिर छाती पर बैठकर सिर काट दिया गया।
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