
रूस के पूर्व राष्ट्रपति और व्लादिमीर पुतिन के दाहिने हाथ कहे जाने वाले दमित्री मेदवेदेव ने यू्क्रेन जंग के बीच नाटो को बड़ी धमकी दी है। मेदवेदेव ने सोमवार को कहा कि अगर नाटो के किसी सदस्य देश ने क्रीमिया प्रायद्वीप में घुसपैठ की तो यह रूस के खिलाफ युद्ध का ऐलान होगा। उन्होंने चेतावनी दी कि इससे तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ सकता है। रूस ने यूक्रेन के क्रीमिया इलाके पर साल 2014 में जबरन कब्जा कर लिया था।
मेदवेदेव ने एक न्यूज वेबसाइट से बातचीत में कहा, ‘हमारे लिए क्रीमिया रूस का एक हिस्सा है। और इसका मतलब हमेशा के लिए है। क्रीमिया में घुसपैठ के किसी भी प्रयास को हमारे देश के खिलाफ जंग के ऐलान के रूप में देखा जाएगा।’ पूर्व रूसी राष्ट्रपति ने कहा, ‘और अगर इसे नाटो के किसी सदस्य देश ने अंजाम दिया तो इसका मतलब होगा कि यह संघर्ष पूरे नाटो के साथ होगा। इससे एक तीसरा विश्वयुद्ध होगा। एक पूरा विनाश होगा।’
‘फिनलैंड और स्वीडन के पास इस्कंदर हाइपरसोनिक मिसाइल’: दमित्री मेदवेदेव अब रूसी सुरक्षा परिषद के उप चेयरमैन हैं। उन्होंने कहा कि अगर फिनलैंड और स्वीडन नाटो में शामिल होते हैं तो रूस अपनी सीमा को और ज्यादा मजबूत बनाएगा। साथ ही जवाबी कार्रवाई के लिए खुद को तैयार करेगा। इसमें फिनलैंड और स्वीडन की सीमा के पास इस्कंदर हाइपरसोनिक मिसाइल की तैनाती भी शामिल है। रूस के दिग्गज नेता जहां नाटो को आगाह कर रहे हैं, जी7 शिखर सम्मेलन में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने सोमवार को कहा कि वह चाहते हैं कि रूस द्वारा उनके देश के खिलाफ जारी युद्ध सर्दियों से पहले समाप्त हो जाए।
यूक्रेन के राष्ट्रपति ने जी7 नेताओं को वर्चुअली संबोधित किया। जेलेंस्की ने उनसे पुनर्निर्माण सहायता, विमान-रोधी रक्षा प्रणाली, अनाज निर्यात में मदद और सुरक्षा गारंटी मांगी। यूक्रेन युद्ध जी7 के अजेंडे में सबसे ऊपर है। उन्होंने रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों को सख्त करने के लिए भी कहा। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अपने संबोधन से एक दिन पहले, जेलेंस्की ने राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि यूक्रेन को हथियारों की डिलीवरी में देरी करना रूस को बार-बार हमला करने का निमंत्रण देना है। उन्होंने वायु रक्षा प्रणाली की मांग करते हुए कहा, ‘साझेदार अगर वास्तव में भागीदार हैं, पर्यवेक्षक नहीं हैं तो उन्हें तेजी से कार्रवाई करने की जरूरत है।’
पोलैंड की सीमा से 30 किमी दूर लविव में स्टारीची जिले पर हमला : बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, सप्ताहांत पर पोलैंड की सीमा से केवल 30 किमी दूर लविव में स्टारीची जिले पर हमला किया गया था। इसके अलावा कीव, खारकीव क्षेत्र, चर्नेहाइव और जाइतोमीर पर भी मिसाइल हमले किए गए। जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा है कि रूसी मिसाइल हमलों से पता चलता है कि यूक्रेन का समर्थन करना और एकजुट होना सही था। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दावा किया कि उनके रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन नाटो और जी7 पर ‘अलग होने के लिए भरोसा कर रहे थे … मगर ऐसा नहीं हुआ और ऐसा नहीं होगा।’ इस सप्ताह के अंत में, जेलेंस्की के मैड्रिड में नाटो शिखर सम्मेलन को भी संबोधित करने की उम्मीद है।
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