ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने आखिरकार कंजर्वेटिव पार्टी के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल नए नेता का चुनाव होने तक वो प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। पार्टी का कॉन्फ्रेंस अक्टूबर में होगा तभी नए नेता का चुनाव होगा। ऐसे में अब सवाल ये है कि बोरिस जॉनसन के बाद ब्रिटेन का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? इस रेस में कई नाम हैं जिनमें से कुछ के बारे में हम आपको बताएंगे जो टॉप पर चल रहे हैं।
ऋषि सुनक रेस में सबसे आगे
भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के पीएम पद की रेस में सबसे आगे चल रहे हैं। कोरोनोवायरस महामारी के दौरान अर्थव्यवस्था के लिए सुनक ने जो कदम उठाए थे उसकी काफी सराहना की गई थी। कई प्रेस ब्रीफिंग में ऋषि सुनक अक्सर दिखाई दिए हैं। यहाँ तक कि बोरिस के बिना भी वो कई मीडिया ब्रीफिंग को संभाल चुके हैं। इस साल की शुरुआत में जब जॉनसन के इस्तीफे की खबरें थीं तब भी उनका नाम पीएम पद की रेस में सबसे आगे रहा था। ऋषि सुनक की शादी इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति से हुई है और उनकी दो बेटियाँ भी हैं। पत्नी अक्षता मूर्ति से जुड़े टैक्स विवाद को लेकर वो काफी विवादों में रहे हैं लेकीन बाद में इस मामले में उन्हें क्लीन चित भी मिल गई थी।
लिज़ ट्रस (Liz Truss)
ऋषि सुनक के बाद ब्रिटेन की विदेश सचिव लिज ट्रस का नाम इस लिस्ट में सबसे आगे है। साउथ वेस्ट नॉर्थफोक की सांसद ट्रस जनता के बीच काफी लोकप्रिय भी हैं। 46 वर्षीय लिज ट्रस जॉनसन के पहले दो साल के कार्यकाल में अंतरराष्ट्रीय व्यापार सचिव के रूप में काम कर चुकी हैं। यही नहीं ब्रेक्सिट को सफल बनाने में उनकी भी अहम भूमिका रही है। उनकी तुलना ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर से भी की जाती है।
नदीम जहावी (Nadhim Zahawi)
ब्रिटेन के शिक्षा मंत्री रहीं नदीम जहावी का नाम भी पीएम पद की रेस में शामिल है। सुनक के इस्तीफे के बाद उन्हीं वित्त मंत्री का कार्यभार सौंपा गया था। कोरोना महमारी के दौरान वैक्सीन को लेकर जो तत्परता दिखाई थी उसके लिए उनकी आज भी सराहना की जाती है। बता दें कि नदीम जहावी बचपन में इराक से ब्रिटेन शरणार्थी बनकर आए थे और फिर यहाँ की राजनीति में अपनी जगह बनाई थी।
बेन वालेस
|ब्रिटेन के रक्षा मंत्री बेन वालेस का नाम भी पीएम पद की रेस में है। ब्रिटिश शाही सेना में भी वालेस अपनी सेवा दे चुके हैं। रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग को लेकर उनका रुख स्पष्ट है। उन्होंने यूक्रेन की मदद में अहम भूमिका रही है। इसके अलावा वर्ष 2016 में रक्षा मंत्री रहते हुए अफगानिस्तान से ब्रिटिश नागरिकों को निकालने में भी उन्होंने भूमिका निभाई थी।
इनके अलावा स्वास्थ्य सचिव साजिद जाविद का नाम भी पीएम पद की रेस में शामिल है। ऋषि सुनक के साथ मंगलवार को उन्होंने भी इस्तीफा दिया था। वर्ष 2012 में, जाविद मंत्री चुनकर आए थे। इसके बाद यूके सरकार में व्यापार, संस्कृति और गृह कार्यालय विभागों को समभाल चुके हैं।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website