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‘भारतीयों के मन में बसे रहेंगे शिंजो आबे, मेरे लिए ये पीड़ा का दिन’, श्रद्धांजलि देते हुए बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी (PM Modi) ने आज अरुण जेटली (Arun Jaitley) को समर्पित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि आज का दिन मेरे लिए अपूर्णीय क्षति और असहनीय पीड़ा का दिन है. मेरे घनिष्ठ मित्र और जापान के पूर्व प्रधानमंत्री श्री शिंजो (Former PM Shinzo Abe) आबे अब हमारे बीच नहीं रहे. पीएम मोदी (PM Modi) ने कहा कि मेरी लिए भी दुखद घड़ी है. वो मेरे तो साथी थे ही, लेकिन भारत के साथ भी उन्होंने घनिष्टता निभाई.
पीएम मोदी बोले जापान (Japan) के सहयोग से हमारे यहां कार्य हो रहे है, उसके लिए शिंजो सालों से भारतीयों के मन में बसे रहेंगे. मैं दुखी मन से उनको श्रद्धांजलि देता हूं. पीएम मोदी ने कहा कि उनके कार्यकाल में भारत जापान के राजनीतिक संबंधों को नई ऊंचाई तो मिली ही, हमने दोनों देशों की सांझी विरासत से जुड़े रिश्तों को खूब आगे बढ़ाया.
अरुण जेटली को समर्पित था कार्यक्रम : कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने ये भी कहा कि ये आयोजन अरुण जेटली जी को समर्पित है. बीते दिनों को याद करते हैं, तो उनकी बहुत सारी बातें, उनसे जुड़े बहुत से वाकये याद आते हैं. उनकी oratory के तो हम सभी कायल थे. उनका व्यक्तित्व विविधता से भरा था, उनका स्वभाव सर्वमित्र था. पीएम मोदी ने कहा कि मैं आप सभी से ये प्रश्न पूछना चाहता हूं. क्या बिना समावेश के सही तरक्की संभव है? क्या बिना तरक्की के समावेश के बारे में सोचा जा सकता है?
बिना समावेश के तरक्की संभव नहीं : पीएम मोदी ने कहा कि सरकार के प्रमुख के तौर पर 20 वर्ष के मेरे अनुभवों का सार यही है कि- बिना समावेश के सही तरक्की संभव ही नहीं है और बिना तरक्की के समावेश का लक्ष्य भी पूरा नहीं किया जा सकता. पीएम मोदी ने कहा कि 2014 से पहले हमारे देश का औसत था कि 10 साल में करीब 50 मेडिकल कॉलेज बना करते थे. जबकि भारत में पिछले 7-8 साल में ही पहले के मुकाबले 4 गुना से ज्यादा 209 नए मेडिकल कॉलेज बनाए जा चुके हैं.
मेडिकल सीटों की संख्या हुई दोगुनी : पीएम मोदी बोले बीते 7-8 साल में भारत में अंडर ग्रेजुएट मेडिकल सीट्स में 75% की बढ़ोतरी हुई है. भारत में अब हर साल मेडिकल सीटों की संख्या बढ़कर लगभग दोगुनी हो चुकी है. हमारी पॉलिसी मेकिंग pulse of the people पर आधारित है. हम ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुनते हैं, उनकी आवश्यकता, उनकी आकांक्षा को समझते हैं. इसलिए हमने Policy को populist impulses के दबाव में नहीं आने दिया.