
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने शुक्रवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फ्लोरिडा स्थित आवास से बरामद किए गए 15 बक्सों में से 14 में गोपनीय दस्तावेज थे। एफबीआई ने इस महीने ट्रंप के मार-ए-लागो आवास पर छापे मारने पर स्पष्टीकरण देते हुए शुक्रवार को एक हलफनामा जारी किया।एफबीआई के इस 32 पन्नों के हलफनामे में आपराधिक जांच को लेकर अतिरिक्त जानकारियां हैं। इसमें कहा गया है कि मार-ए-लागो स्थित आवास से संवेदनशील दस्तावेज बरामद किए गए। दस्तावेजों में जांच का सबसे महत्वपूर्ण विवरण पेश किया गया है। लेकिन एफबीआई अधिकारियों ने इसमें कुछ बदलाव भी किए हैं ताकि गवाहों की पहचान उजागर नहीं हो सके तथा जांच के संवदेनशील तौर-तरीकों का भी खुलासा नहीं हो।
एफबीआई ने जज को सौंपा हलफनामा : एफबीआई ने एक न्यायाधीश को यह हलफनामा दिया ताकि वह ट्रंप के आवास पर छापे का वारंट हासिल कर सके। इस हलफनामे में उन अहम सवालों के जवाब मिल सकते हैं कि ट्रंप व्हाइट हाउस से जाने के बाद गोपनीय दस्तावेजों को अपने साथ मार-ए-लागो आवास क्यों लेकर गए और ट्रंप तथा उनके प्रतिनिधियों ने ये दस्तावेज राष्ट्रीय अभिलेखागार तथा रिकॉर्ड ब्यूरो को क्यों नहीं दिए।
अमेरिकी न्याय विभाग जारी करेगा दस्तावेज : पहले ही बताया गया था कि ट्रंप के घर एफबीआई की तलाशी के औचित्य का विवरण देने के लिए अमेरिकी न्याय विभाग भारीभरकम ब्लैक आउट दस्तावेज जारी करेगा। तब जांच एजेंसी के एजेंट ने अति गोपनीय सरकारी रिकॉर्ड और अन्य गोपनीय दस्तावेज वहां से हटाए थे। ब्लैक आउट दस्तावेज का अभिप्राय ऐसे दस्तावेज से है जिसे संपादित करके संवदेनशील सूचनाओं को हटा दिया जाता है। कहा गया था कि इससे मौजूदा समय में जारी उस आपराधिक जांच के बारे में कुछ नये ब्योरे मिलने के आसार हैं, जिसने राष्ट्रपति पद के दूसरे कार्यकाल के लिए जमीनी तैयारी में जुटे ट्रंप के लिए नया कानूनी संकट खड़ा कर दिया है।
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