
मध्य एशियाई देश किर्गिस्तान ने रविवार को रूस के नेतृत्व वाले सामूहिक सुरक्षा संधि संगठन (सीएसटीओ) के छह देशों के बीच होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास को एकतरफा फैसले में रद्द कर दिया है। यह युद्धाभ्यास सोमवार से शुरू होने वाला था । किर्गिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने हालांकि सोमवार से शुक्रवार तक देश के पूर्वी क्षेत्र में होने वाले इस संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘इंडस्ट्रक्टिबल ब्रदरहुड-2022’ कमांड और स्टाफ अभ्यास को रद्द किये जाने का कोई कारण नहीं बताया है। किर्गिस्तान पूर्व सोवियत देश है, जिसके वर्तमान रूस के साथ बहुत ही महबूत संबंध हैं। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कार्यकाल में किर्गिस्तान ने अपने देश में रूसी सैन्य अड्डा बनाने की अनुमति भी दी थी। रूस ने भी किर्गिस्तान को एस-300 मिसाइल सिस्टम दिया है।
खबरों के अनुसार इस अभ्यास में सीएसटीओ के सदस्यों – रूस, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान और ताजिकिस्तान के सैन्य कर्मी शामिल थे और सर्बिया, सीरिया तथा उज्बेकिस्तान समेत पांच और देशों को पर्यवेक्षकों के तौर पर आमंत्रित किया गया था। इस युद्धाभ्यास में वो देश ही शामिल होने वाले थे, जिनकी रूस के साथ अच्छे संबंध हैं। इस युद्धाभ्यास को वैश्विक अलगाव के बीच रूस के शक्ति प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा था।
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