
बांग्लादेश के कुख्यात जल्लाद भुइयां को जेल से रिहा कर दिया गया है। उसे 1991 में चोरी, डकैती और हत्या के मामले में 42 साल की सजा हुई थी। इसके बाद उसे 2001 में जेल में जल्लाद पद पर नियुक्त कर दिया गया। इस दौरान उसने बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के हत्यारों सहित 26 दोषियों और युद्ध अपराधियों को फांसी दी। इस कारण पूरे बांग्लादेश में भुइयां को कुख्यात जल्लाद के तौर पर जाना जाने लगा। उसे हर एक फांसी देने पर दो महीने सजा में छूट दी गई। इसके अलावा सरकार ने अच्छे व्यवहार के कारण उसकी 10 साल की सजा को माफ कर दिया। ढाका केंद्रीय कारागार के परिसर से बाहर निकलते ही 74 वर्षीय शाहजहां भुइयां को पत्रकारों ने घेर लिया। उसने मीडिया को बताया, “(जेल से निकलने पर) मुझे बहुत अच्छा लग रहा है।”
भुइयां को 42 साल की हुई थी जेल – भुइयां को 1991 में हत्या और डकैती के आरोप में 42 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उसे 2001 में जेल अधिकारियों द्वारा एक जल्लाद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। बांग्लादेश की सरकार ने उसके द्वारा दी जाने वाली हर एक फांसी पर उसकी सजा दो महीने कम कर दी और उसकी सजा में इस तरह चार साल चार महीने कम हो गए। जेल में अपने अच्छे आचरण के कारण भुइयां की करीब 10 साल की सजा माफ कर दी गई।
भुइयां ने 26 अपराधियों को दी थी फांसी – एक जल्लाद के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान, भुइयां ने बांग्लादेश के संस्थापक बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान व उनके परिवार के अधिकांश सदस्यों की हत्या करने वालों के साथ करीब 26 कुख्यात अपराधियों को फांसी दी, जिससे मीडिया का ध्यान उसकी तरफ आकर्षित हुआ।
Home / News / 26 को फांसी से लटकाया, हर एक पर 2 महीने माफ हुई सजा… जेल से रिहा हुआ वो कुख्यात जल्लाद
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