
पाकिस्तान में चुनावी हलचल के बीच नवाज शरीफ के लौटने की उम्मीद की जा रही है। इस बीच पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बताया है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ अगले महीने देश लौटेंगे और कानून का सामना करेंगे। वह लंबे समय से पाकिस्तान के बाहर एक भगोड़े की जिंदगी जी रहे हैं। वह 2019 से ब्रिटेन में हैं और चंद महीने पहले ही संयुक्त अरब अमीरात की लंबी यात्रा कर वापस लौटे हैं। इमरान खान की सरकार ने भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ को जेल में डाल दिया था। इसके बाद वे इलाज का बहाना बनाकर विदेश गए और वापस नहीं लौटे।
नवाज से मिलने लंदन जाएंगे शहबाज – जियो न्यूज के कैपिटल टॉक कार्यक्रम के मेजबान हामिद मीर के साथ एक इंटरव्यू में शहबाज शरीफ ने कहा कि कार्यवाहक सरकार के कार्यभार संभालते ही वह अपने बड़े भाई नवाज से मिलने के लिए लंदन जाएंगे। उन्होंने कहा कि नवाज शरीफ अगले महीने पाकिस्तान आएंगे और कानून का सामना करेंगे। मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज ने नवाज की घर वापसी की सटीक तारीख बताए बिना कहा कि वे आगामी चुनाव के दौरान पार्टी का नेतृत्व भी करेंगे। नवाज शरीफ स्वास्थ्य के कारण नवंबर 2019 से लंदन में स्व-निर्वासित जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
इमरान के जेल जाने से पाकिस्तान में बदला माहौल – इमरान खान तोशाखाना मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद तीन साल जेल की सजा काट रहे हैं। पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने इमरान खान को चुनाव लड़ने से 5 साल के लिए अयोग्य घोषित कर दिया है। इससे पाकिस्तान की मुख्य विपक्षी पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ पाकिस्तान नेतृ्त्व संकट का सामना कर रही है। ऐसे हालात में पाकिस्तान में सत्ताधारी गठबंधन आम चुनावों से पहले बढ़त बनाए हुए है। अगर इमरान खान चुनाव से पहले जमानत पर रिहा हो जाते हैं और चुनावी रैलियों को संबोधित करते हैं, तो इससे उनकी पार्टी पाकिस्तानी चुनाव में माहौल को बदल सकती है।
पाकिस्तान में चुनाव में हो सकती है देरी – पाकिस्तान में एक दिन पहले ही संसद को औपचारिक रूप से भंग कर दिया गया है। ऐसे में अब पाकिस्तान में 90 दिनों के भीतर चुनाव कराना अनिवार्य हो गया है। लेकिन, कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि ताजा हालात को देखते हुए इसमें देरी की संभावना है। चुनाव आयोग का कहना है कि नए जनगणना आंकड़ों को प्रतिबिंबित करने के लिए चुनावी सीमाओं को फिर से तैयार किया जाना चाहिए, जो एक महीने तक चलने वाली प्रक्रिया है। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी के बुधवार को नेशनल असेंबली को भंग करने के आदेश के साथ, एक कार्यवाहक सरकार का गठन करने का फरमान सुनाया है। निवर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और उनकी सरकार को अंतरिम नेता का नाम तय करने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है।
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