गूगल ने AI के इस्तेमाल के लिए नए नियम जारी किए हैं। इसके तहत डेवलपर्स को यूजर्स की सुरक्षा और फीडबैक के लिए AI जनरेटेड कंटेंट को रिपोर्ट करने का ऑप्शन देना होगा। गूगल के नए नियमों के तहत AI का इस्तेमाल करने वाले ऐप्स को बैन किया जाएगा, जो शोषण और फर्जी कंटेंट को सपोर्ट करते हैं। गूगल ने फोटो और वीडियो का एक्सेस लेने वाले ऐप्स के लिए भी नए नियम जारी किए हैं।
आज के वक्त में AI का धड़ल्ले से इस्तेमाल हो रहा है, लेकिन गूगल इसे लेकर सतर्क हो गया है। AI के इस्तेमाल को लेकर गूगल की तरफ से नए नियमों को जारी कर दिया गया है। यह नए नियम डेवलपर्स और एंड्रॉइड ऐप के लिए जल्द लॉन्च हो जाएंगे। इससे ग्राहकों का इंगेजमेंट और यूजर एक्सपीरिएंस बढ़ेगा। गूगल ने डेवलपर्स से कहा है कि वो अपने ऐप में एक फीचर दें, जिससे यूजर्स खतरनाक AI जनरेटेड कंटेंट रिपोर्ट कर पाएं।गूगल का कहना है कि नए नियम तय करेंगे कि AI जनरेटेड कंटेंट लोगों के लिए सुरक्षित है साथ ही वो अपना फीडबैक दे पाएंगे।
क्या हैं नए नियम – अगले साल, डेवलपर्स के लिए अनिवार्य हो जाएगा कि वो AI जनरेटेड कंटेंट के एक फ्लैग रेज करने का ऑप्शन देंगे। इसके लिए ऐप से निकलने की जरूरत नहीं होगी। गूगल के नए नियमों के तहत AI का इस्तेमाल करके कंटेंट जनरेट करने वाले ऐप को बैन करने और उसे रोकने का नियम है। गूगल के नए नियम की मानें, तो ऐसे ऐप्स को बैन करने का निर्देश दिया गया है, जो बच्चों के शोषण और उनके साथ दुर्व्यवहार को सपोर्ट करते हैं। साथ ही फर्जी कंटेंट फैलाने वाले ऐप को बैन करने का नियम जारी किया गया है।
परमिशन लेना होगा अनिवार्य – गूगल ने बेवजह फोटो और वीडियो का एक्सेस लेने वाले ऐप्स के लिए नए नियम जारी किए हैं। साथ ही Google ने फुल स्क्रीन इंटेंट नोटिफिकेशन के इस्तेमाल को मजबूत किया है। फोन या वीडियो कॉल के दौरान ऐप को यूजर्स की परमिशन मांगनी होगी।