रविवार को यमन के हूती विद्रोहियों ने लाल सागर में एक जहाज को हाईजैक कर लिया। जहाज का नाम गैलेक्सी लीडर है, जो 189 मीटर लंबा है। इस जहाज में कारों का ट्रांसपोर्ट किया जाता है। जिस समय इसे हाईजैक किया गया तब यह तुर्की से भारत के लिए रवाना हुआ था। हूती विद्रोहियों की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिख रहा है कि हेलीकॉप्टर के जरिए कई हथियारबंद लोग जहाज पर उतरते हैं। बाद में यह उसके कंट्रोल रूम में घुस जाते हैं। यहां से वह कप्तान को जहाज यमन के होदेइदा बंदरगाह ले जाने को कहते हैं। इस दौरान एक भी गोली नहीं चलाई गई। लेकिन जहाज के अपहरण से चिंता बढ़ गई है।
यह हाईजैक इजरायल और हमास के युद्ध को और भी आगे बढ़ा सकता है। वहीं, सबसे बड़ी चिंता है कि इस अपहरण से सीधे तौर पर ईरान और अमेरिका में संघर्ष बढ़ सकता है। हूती प्रवक्ता याह्या सारे ने पुष्टि की है कि जहाज इजरायली स्वामित्व वाला था, जिस कारण इसे जब्त किया गया। इस हाईजैक से पहले हूती विद्रोहियों ने धमकी देते हुए कहा था, ‘लाल सागर या किसी भी जगह जहां हम पहुंच सकते हैं, वहां किसी भी इजरायली जहाज को निशाना बनाने से संकोच नहीं करेंगे।’ हूतियों के दावे के बावजूद भी इजरायल ने इससे अपने संबंधों को लेकर इनकार किया है। हालांकि रिपोर्ट्स के मुताबिक इसका स्वामित्व इजरायल के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक के पास है।
इस रास्ते से गुजरते हैं 17000 जहाज – लाल सागर इस दुनिया का सबसे प्रमुख शिपिंग रूट है। ज्यादातर लाल सागर का हिस्सा 200 किमी चौड़ा है। लेकिन दक्षिण में बाब अल-मन्देब मार्ग के पास यह बेहद पतला हो जाता है। तब इसकी चौड़ाई सिर्फ 20 किमी रह जाती है। यह चोक पॉइंट यमन के टापू मय्यून से जिबूती और इरिट्रिया के बीच में है। हर साल लगभग 17000 से ज्यादा जहाज इसके जरिए गुजरते हैं। हर रोज लगभग 50 जहाज यहां से जाते हैं। गैलेक्सी लीडर जहाज पर बहामा का झंडा लगा था। वहीं जहाज को एक जापानी कंपनी चलाती है। क्रू मेंबर में लगभग पांच से ज्यादा देशों के लोग थे, लेकिन इनमें कोई भी इजरायली नहीं था।
शिपिंग इंडस्ट्री में जहाजों पर लगा झंडा देश के रजिस्ट्रेशन को दिखाता है न कि कंपनी के मालिकाना हक को। बहामा में कम टैक्स और लचीले श्रमिक कानून हैं। इस कारण कंपनियां जहाजों का रजिस्ट्रेशन यहां कराती हैं। जापान की निप्पॉन युसेन काबुशिकी कैशा इसी झंडे के जरिए 818 जहाजों को चलाती है। हर महीने यहां से गुजरने वाले 1,500 जहाजों में से कई ऐसे हो सकते हैं जो इजरायल से जुड़े हों। इस कारण हूतियों के अपहरण की चिंता बढ़ी हुई है।
Home / News / लाल सागर में जहाजों को हूतियों से बचा पाएगा अमेरिका? क्या भारत आ रहे शिप का अपहरण ईरान से कराएगा युद्ध