
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार के गठन के साथ ही बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और हसीना को हटाने वाले आंदोलन की अगुवाई करने वाले छात्र नेतृत्व के बीच मतभेद उभर आए हैं। ईटी की रिपोर्ट के अनुसार, बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान और छात्र नेतृत्व आम चुनावों को लेकर आमने-सामने हैं। ईटी से सूत्रों ने बताया कि रहमान बांग्लादेश में जल्दी चुनाव कराना चाहते हैं, जिससे हाल में बढ़ी बीएनपी और जमात समर्थक भावनाओं को भुनाया जा सके। चुनाव में देरी होने पर ये भावनाएं कम हो सकती हैं। हालांकि, छात्रों का इस मामले में नजरिया अलग है।
छात्र नेतृत्व चाहता है चुनावों में देरी – छात्रों के पास अभी कोई राजनीतिक ढांचा नहीं है और वे चुनाव लड़ने से पहले पार्टी बनाने के लिए समय चाहते हैं। शेख हसीना के इस्तीफा देने और ढाका से भागकर भारत पहुंचने के दो दिन बाद बुधवार को एक विडियो संदेश में रहमान ने कहा कि चुनाव तुरंत होने चाहिए और सत्ता निर्वाचित प्रतिनिधियों को सौंपी जानी चाहिए। वे ढाका में एक रैली में बोल रहे थे।
रहमान ने कही अल्पसंख्यकों को बचाने की बात – रहमान ने कहा, ‘देश की मौजूदा उपलब्धियों को कमजोर करने की साजिशें चल रही हैं। हमें सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए धर्म, जाति और पहचान की परवाह किए बिना लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। ढाल बनकर खड़े हो जाइए और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करके एक मिसाल कायम कीजिए, चाहे उनकी धार्मिक पहचान कुछ भी हो या वे कहीं हों।’
अक्टूबर 2018 में तारिक रहमान को 2004 में शेख हसीना की हत्या की साजिश के मामले में कथित भूमिका के लिए बांग्लादेश की अदालत ने आजीवान कारावास की सजा सुनाई थी। अगस्त 2023 में एक अदालत ने आय से अधिक संपत्ति जमा करने के लिए रहमान को 9 साल की जेल और उनकी पत्नी को तीन साल की सजा सुनाई।
Home / News / बांग्लादेश में अंतरिम सरकार बनते ही सामने आया नया संकट, चुनाव पर खालिदा जिया की बीएनपी और छात्र नेतृत्व आमने-सामने
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