चीन का नया एआई एजेंट Manus, DeepSeek के बाद चर्चा में है। यह रियल वर्ल्ड के जटिल काम कर सकता है। क्लाउड-आधारित यह एजेंट बिना रुके काम करता है। डेमो वीडियो वायरल हुआ है। इसे Peak Ji Yichao ने बनाया है। एआई की रेस में चीन और अमेरिका आगे हैं।
चाइनीज एआई चैटबॉट DeepSeek पिछले दिनों काफी चर्चा में रहा है। इसके DeepSeek-R1 मॉडल ने खूब सुर्खियां बटोरी हैं। हालांकि चीन एआई रेस में नया माइल्सटोन सेट करने जा रहा है। इसके नए स्टार्टअप Monica ने Manus नाम का अपना आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई एजेंट रिलीज किया है। DeepSeek के बाद Manus काफी पॉपुलर हो रहा है।
जटिल काम करने का हुनर – Manus के पास रियल वर्ल्ड के कॉम्प्लैक्स टॉस्क को हल करने का हुनर है। यह एआई एजेंट मौजूदा वक्त में इन्वेंशन ओनली वेब प्रीव्यू के तौर पर उपलब्ध है। इसमें स्टेप बाय स्टेप प्रॉसेस के जरिए वेबसाइट क्रिएट करने जैसे प्रैक्टिकल टॉस्क की स्किल है। कंपनी ने अपने ऑफिशियल वेबसाइट manus.im पर AI एंजेंट का एक डेमो वीडियो शेयर किया है। इसका प्री-व्यू लॉन्च होने के 20 घंटे से भी कम समय में viral हो गया।
Manus क्या है? – Manus को दुनिया का पहला ट्रू जनरल एआई एजेंट कहा जा रहा है। यह स्वतंत्र तौर पर सोचने के साथ टास्क एक्जीक्यूट करने के साथ पूरा रिजल्ड डिलीवर कर सकता है। Manus AI agent को जब जापान ट्रिप बनाने का टॉस्क दिया गया, तो उसने इसे बेहतर ढ़ंग से किया।
क्लाउड बेस्ड सिस्टम पर करता है काम – ऐसा दावा किया जा रहा है कि Manus AI अलग-अलग इंडस्ट्री में कॉम्प्लैक्स टॉस्क खुद-ब-खुद कर सकता है। इसमें खास फीचर्स दिये गये हैं। इसमें क्लाउड बेस्ड फंक्शन यूज किया गया है। Manus डिस्कनेक्ट होने के बाद भी क्लाउड में काम करता रहता है और रिजल्ट प्रोवाइड करता है। इसे लेकर बीते बुधवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक डेमो वीडियो शेयर किया गया था, जो दोपहर तक करीब 200,000 से ज्यादा बार देखा गया था। कई यूजर्स AI एजेंट एक्सेस करने के लिए इनविटेशन कोड रिक्वेस्ट कर रहे हैं।
कौन हैं Peak Ji Yichao – बता दें कि मौजूदा वक्त में कंपनी के बारे में ज्यादा डिटेल मौजूद नहीं है, लेकिन इस डेमो वीडियो को Peak Ji Yichao ने होस्ट किया है, जो एक 33 वर्षीय चाइनीज है। इन्हें Mammoth नाम का mobile ब्राउजर बनाने के लिए जाना जाता है।
चीन और अमेरिका के बीच जारी रेस – बता दें कि पूरी दुनिया में एआई मॉडल बनाने की रेस जारी है। इस रेस में अमेरिका और चीन दो अहम खिलाड़ी है, जो हर संभव कोशिश करके एक दूसरे को पीछे छोड़ना चाहते हैं। चाइजीन एआई प्रोग्राम को रोकने के लिए अमेरिका ने कुछ एडवांस्ड एआई चिप के एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी थी, लेकिन इसके बाद चीन ने DeepSeek R1 मॉडल को पेश कर दिया था।