
क्वाड बनाने का मकसद इंडो-पैसिफिक में चीन को काउंटर करना था। इसमें चार सदस्य देश हैं, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में क्वाड को मजबूत किया और बाइडेन प्रशासन ने उस नीति को आगे बढ़ाया। लेकिन अब क्वाड के भविष्य पर गंभीर सवाल हैं।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने करीब तीन साल पहले भविष्यवाणी करते हुए कहा था कि क्वाड का भविष्य नहीं है। उसने कहा था कि ‘भविष्य में क्वाड का कोई महत्व नहीं रह जाएगा।’ उस वक्त ग्लोबल टाइम्स की इस भविष्यवाणी को सिर्फ एक प्रोपेगेंडा माना गया था। लेकिन डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल के शुरूआती करीब 200 दिनों में साबित कर दिया है कि क्वाड का भविष्य खतरे में है। डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत-अमेरिका के रिश्तों को खराब किया और अब उन्होंने जापान के साथ भी भारत जैसा ही सलूक किया है। इसे देखकर यकीनन सबसे ज्यादा खुश चीन होगा।
क्वाड बनाने का मकसद इंडो-पैसिफिक में चीन को काउंटर करना था। इसमें चार सदस्य देश हैं, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और भारत। डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में क्वाड को मजबूत किया और बाइडेन प्रशासन ने उस नीति को आगे बढ़ाया। लेकिन अब ट्रंप प्रशासन ने भारत के साथ साथ जापान पर भी ना सिर्फ सख्त कारोबारी टैरिफ लगाए हैं, बल्कि अपमानजनक बयानबाजी भी की है। ट्रंप ने इस गठबंधन की एकजुटता और आपसी विश्वास को तहस-नहस कर दिया है।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website