Saturday , August 2 2025 5:40 AM
Home / News / सिंधु जल संधि पर रोक के बाद पहली बारिश में ही तड़पने लगा पाकिस्तान, भारत ने ऐक्शन लिया तो क्या होगा, सता रहा डर

सिंधु जल संधि पर रोक के बाद पहली बारिश में ही तड़पने लगा पाकिस्तान, भारत ने ऐक्शन लिया तो क्या होगा, सता रहा डर


पाकिस्तान इस समय गहरे जल संकट का सामना कर रहा है। देश में बाढ़ का कहर जारी है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए हैं। इस बीच पाकिस्तान के लिए भारत का डर और बड़ा हो गया है, जिसने सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है।
पाकिस्तान इस समय भीषण बाढ़ के संकट से जूझ रहा है। इस साल बाढ़ ने अब तक कम से कम 242 लोगों की जान ले ली है। नए तूफान के आने से और भी लोगों के मारे जाने की आशंका है। इस बाढ़ ने पाकिस्तान के जल संकट की भयावहता का सामने ला दिया है। पाकिस्तान का जल संकट केवल बारिश और बाढ़ तक नहीं सीमित रहने वाला है। यह इसके बाद पानी की कमी के रूप में आने वाला है। खासतौर पर जब भारत ने पाकिस्तान की लाइफ लाइन कही जाने वाली सिंधु जल संधि को स्थगित कर दिया है। पाकिस्तान का एक बड़ा क्षेत्र हजारों साल से सिंधु नदी के पानी पर निर्भर रहा है।
पाकिस्तान का जल संकट – पाकिस्तान के जल संकट को समझने के लिए कुछ आंकड़ों पर नजर डालना जरूरी है। विभिन्न मानकों के आधार पर पाकिस्तान वर्तमान में दुनिया के 15वें सबसे अधिक जल संकटग्रस्त देश के रूप में है। विश्व वन्यजीव कोष-पाकिस्तान (WWF-P) के अनुसार, देश की वार्षिक प्रति व्यक्ति जल उपलब्धता 1947 में लगभग 5,600 घन मीटर से गिरकर 2023 में केवल 930 घन मीटर रह गई है। संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) के अनुसार, पाकिस्तान का जल संकट विश्व स्तर पर सबसे अधिक है, जो बताता है कि यह अब राष्ट्रीय अस्तित्व का प्रश्न है।