मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू। – माले: मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय ने भारतीय विमान को उड़ान की इजाजत ना मिलने की वजह से बच्चे की मौत पर पर बयान जारी किया है। मालदीव की मुइज्जू सरकार ने अधिकारियों से मरीजों के इमरजेंसी ट्रांसफर से जुड़े प्रोटोकॉल को बदलने के लिए कहा है। मालदीव के 13 साल के मोहम्मद जेह खालिद की मौत इलाज ना मिलने की वजह से हो गई थी। इस लड़के को इलाज के लिए एयरलिफ्ट करना था लेकिन राष्ट्रपति की ओर से जेह को एयरलिफ्ट करने के लिए भारत के डोर्नियर विमान का उपयोग करने की इजाजत नहीं दी। इससे 13 साल के जेह की जान चली गई।
जेह की मौत के बाद आलोचना का सामना कर रहे मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के कार्यालय ने बयान जारी करते हुए कहा, राष्ट्रपति मुइज्जू 13 साल के जेह की मौत की खबर सुनकर बहुत दुखी हैं। उन्होंने जेह के माता-पिता और परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। प्रेसीडेंट ने संबंधित अफसरों से कहा है कि गंभीर मरीजों के इस तरह से दूसरे देश जाने से जुड़े प्रोटोकॉल में सभी जरूरी बदलाव किए जाएं, ताकि बिना किसी देरी से मरीजों को इलाज मिल सके।
मालदीव सरकार पर बच्चे के परिवार ने लगाई कई आरोप – मालदीव के गाफ अलिफ विलिंगिली के रहने वाले जेह की मौत के बाद उसके परिवार ने मालदीव सरकार अधिकारियों पर अपनी जिम्मेदारी में नाकाम रहने का आरोप लगाया है। गैफ अलिफ विलिंगिली के लोगों ने मोइज्जू सरकार के खिलाफ प्रदर्शन भी किया। 13 साल बच्चे के जेह के पिता ने बताया कि उसको ब्रेन ट्यूमर था, उसको बुधवार रात को स्ट्रोक हुआ। गुरुवार शाम को उसे बेहतर इलाज के लिए माले रेफर कर दिया गया। जेह के पिता का कहना है कि स्ट्रोक के तुरंत बाद उसे माले ले जाने के लिए आइलैंड एविएशन को फोन किया लेकिन उन्होंने हमारी कॉल का जवाब नहीं दिया। उन्होंने अगले दिन हमारे फोन का जवाब दिया। बच्चे के लिए परिवहन की व्यवस्था में इतनी देरी हुई कि उसकी जान चली गई।
Home / News / 13 साल के लड़के की मौत के बाद मालदीव के राष्ट्रपति ऑफिस ने जारी किया बयान, बदले जाएंगे नियम