अमेरिका में ऐसा लग रहा है कि चार दशक बाद इतिहास खुद को दोहरा रहा है। बतौर राष्ट्रपति अपनी पहली पारी में ट्रंप की टीम कमजोर थी, वह खुद भी वॉशिंगटन के तौर-तरीकों से पूरी तरह वाकिफ नहीं थे। लेकिन, इस बार के डोनाल्ड ट्रंप पिछले वाले ट्रंप के सुपर अवतार हैं।
अमेरिका में ऐसा यूफोरिया पिछली बार साल 1984 में देखने को मिला था । तब रॉनल्ड रीगन ने राष्ट्रपति चुनाव में वॉल्टर मोडेल को हराकर इतिहास रचा था। रीगन ने 50 में से 49 राज्यों में जीत हासिल की थी और ‘आमूलचूल परिवर्तन’ का वादा किया था। लेकिन, सत्ता में आते ही साफ हो गया कि केवल बहुमत के दम पर बदलाव लाना आसान नहीं है। खुद की रिपब्लिकन पार्टी में पुराने घाघ नेताओं, मठाधीशों की राजनीति और पार्टी के तंत्र को बदलना रीगन के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हुआ ।
इस बार अलग कहानी – अब चार दशक बाद ऐसा लगता है, जैसे इतिहास खुद को दोहरा रहा हो। हालांकि इस बार कहानी कुछ अलग है। यह रिपब्लिकन पार्टी का नहीं, ट्रंप का राज है। बतौर राष्ट्रपति अपनी पहली पारी में ट्रंप की टीम कमजोर थी, वह खुद भी वॉशिंगटन के तौर-तरीकों से पूरी तरह वाकिफ नहीं थे। लेकिन, इस बार के डोनाल्ड ट्रंप पिछले वाले ट्रंप के सुपर अवतार हैं।
वफादारों की टीम – ट्रंप की टीम ट्रंप loyalist पहले है, पार्टी के प्रति वफादारी तो बाद में आती है। रिपब्लिकन पार्टी में किसी की मजाल नहीं कि कुछ कह सके। जो पद पहले पार्टी के दूसरी पायदान पर आने वाले नेताओं को मिलते थे, अब बाहर बंट चुके हैं और वे मुस्कुराने के अलावा कुछ नहीं कर सकते।
शोमैन फिर मंच पर – शपथ ग्रहण के पहले ही दिन ट्रंप ने अपनी शैली के अनुरूप ‘शोमैनशिप’ का प्रदर्शन किया। उन्होंने पारंपरिक रूप से वाइट हाउस में आयोजित होने वाले हस्ताक्षर समारोह को बदलते हुए, वॉशिंगटन डी.सी. के कैपिटल वन एरिना में पब्लिक स्टेज पर बैठकर समर्थकों के सामने कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। आलोचक हैरान हैं, समर्थक उत्साहित ।
धड़ाधड़ आदेश – इस असाधारण कदम के तहत ट्रंप ने लगभग 200 कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें से 78 उनके पूर्ववर्ती जो बाइडन के आदेशों को निरस्त करने से संबंधित थे। इन आदेशों में अमेरिका को पेरिस जलवायु समझौते और विश्व स्वास्थ्य संगठन से बाहर निकालना, दक्षिणी सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा और संघीय कर्मचारियों के लिए टेलीवर्क नीतियों को समाप्त करना शामिल था ।
इतिहास पर नजर – राष्ट्रपति पद पर ट्रंप के पहले दिन की सबसे बड़ी बात यह रही कि उन्होंने अपनी टीम के साथ मंच पर आते ही ‘सुनहरे अमेरिका’ का वादा दोहराया। ‘ट्रंप युग’ केवल आने वाले चार बरसों को ही नहीं देख रहा है, वह इतिहास में अपनी जगह बनाना चाहते हैं।
Home / News / ट्रंप के मेगा शो पर मोहित अमेरिका, दूसरी पारी में सुपर अवतार बन गए हैं अमेरिकी राष्ट्रपति, रिपब्लिक नेता किए गए किनारे