
अमेरिकी राजदूत ने सोमवार को कहा कि उनके देश को उम्मीद है कि चीन अमेरिकी राजनयिकों के स्थानीय अधिकारियों से मिलने पर लगाए गए प्रतिबंधों में ढील देगा। उल्लेखनीय है कि जवाब में अमेरिका ने भी चीनी राजनयिकों पर इसी तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं। वाशिंगटन ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि चीनी राजनयिकों को अब अमेरिकी अधिकारियों के साथ बैठक से पहले विदेश विभाग को सूचित करना होगा।
चीन में अमेरिकी राजनयिकों को स्थानीय अधिकारियों या शिक्षाविदों से मिलने के लिए वहां की सरकार से कई स्तरों पर अनुमति लेनी पड़ती है। प्राय: ऐसे अनुरोधों को नकार दिया जाता है। अमेरिकी राजदूत टेरी ब्रैंसटैड ने विदेशी पत्रकारों के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘यहां तक कि अगर हमें कभी अनुमति मिल जाती है, तो इसे अंतिम समय में रद्द किया जा सकता है। लंबे समय तक ऐसा रहना निराशाजनक है।”’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि (जवाबी कदम के) नतीजों से अमेरिकी राजनयिकों को यहां चीन में बेहतर पहुंच मिल सकेगी।” अमेरिका की जवाबी कार्रवाई को दोनों देशों के बीच राजनयिक तनाव के रूप में देखा जा रहा है, जो पहले ही आपस में व्यापार-युद्ध में शामिल हैं।
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