
ब्रिटेन और अमेरिका के बाद खालिस्तान समर्थक अब कनाडा में उत्पात मचा रहे हैं। खालिस्तान समर्थकों ने कनाडा के ओंटारियो में एक विश्वविद्यालय परिसर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को तोड़ दिया है। वैंकूवर में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने मंगलवार को इस संबंध में जानकारी दी। ताजा घटना में साइमन फ्रेजर यूनिवर्सिटी के बर्नाबी कैंपस के पीस स्क्वायर में रखी प्रतिमा को तोड़ा गया है। इस प्रतिमा पर खालिस्तान के समर्थन वाले स्लोगन और भारत विरोधी बातें लिख दी गई हैं। इससे पहले भी इसी माह ओंटारियो में इसी तरह की घटना हुई थी। उस समय ओंटोरियो के रिचमंड हिल सिटी में इस घटना को अंजाम दिया गया था।
वाणिज्य दूतावास ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए ट्वीट किया, “हम शांतिदूत महात्मा गांधी, @SFU बर्नाबी परिसर के कानून को तोड़ने के जघन्य अपराध की कड़ी निंदा करते हैं।” बता दें कि 30 जनवरी को कनाडा के ब्रैम्पटन में गौरी शंकर मंदिर पर हमला किया गया था। मंदिर की दिवारों पर ‘खालिस्तान जिंदाबाद, हिन्दुस्तान मुर्दाबाद’ के नारे लिखे गए थे। इस घटना ने यहां पर बसे भारतीय समुदाय को खासर नाराज कर दिया था। इस साल फरवरी में भारत सरकार ने कनाडा के मिसिसॉगा में राम मंदिर पर हिंदू और भारत विरोधी बातें लिखे जाने पर खासी नाराजगी जताई थी।
जुलाई 2022 भी इस तरह की एक घटना हुई थी। उस समय रिचमंड हिल में स्थित विष्णु मंदिर में लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा को विकृत किया गया था। उस घटना में भी खालिस्तान समर्थकों का हाथ बताया गया था। उस मामले की जांच हेट क्राइम के तहत की गई थी। भारत सरकार उस घटना पर काफी नाराज भी हुई थी। इस पूरी घटना पर अभी तक दोनों ही देशों की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website