गाजा में हमास की कैद से रिहा होने के बाद इजरायली महिला बंधकों ने अपने भयावह पलों का याद किया है। इजरायली महिला बंधकों ने बताया कि हमास के आतंकी उन्हें बहुत बुरी स्थितियों में रखते थे। उन्हें आतंकियों के लिए खाना बनाना पड़ता था, लेकिन खुद भूखी रहती थीं।
इजरायल और हमास के बीच गाजा में युद्धविराम समझौते के तहत शनिवार को चार इजरायली महिला बंधकों को रिहा किया गया। बीते रविवार को लागू युद्धविराम के बाद यह बंधकों की दूसरी रिहाई थी। इसके पहले हमास ने 3 इजरायली महिलाओं को रिहा किया था। बंधकों की रिहाई के बाद अब यह सच्चाई सामने आने लगी है कि हमास के आतंकी उन्हें गाजा में किस तरह रखते थे। पहले रिहा की गई तीन इजरायली महिलाओं गाजा में बिताए अपने भयानक पलों के बारे में बताया है, जिसमें उन्हें महीनों तक शारीरिक और मानसिक पीड़ा सहनी पड़ी।
नहाने भी नहीं देते थे अपहरणकर्ता – इजरायली महिलाओं ने एन12 न्यूज साइट को बताया कि उन्हें नागरिक घरों और हमास की सुरंगों के बीच ले जाया जाता था। उन्हें महीनों तक अस्वास्थ्यकर परिस्थितियों में रखा जाता था। अक्सर उन्हें नहाने भी नहीं दिया जाता था और मेडिकल केयर और टायलेट भी नहीं उपलब्ध कराया जाता था। कुछ को लंबे समय तक पूरी तरह अंधेरे में रखा जाता था और उन्हें भयंकर भूख से पीड़ित होना पड़ता था।
जबरन कराया जाता था काम – शारीरिक पीड़ा के साथ ही बंधकों से जबरन काम कराया जाता था। इनमें से कुछ को अपने अपहरणकर्ता हमास के आतंकियों के लिए खाना पकाने और टायलेट साफ करने पर मजबूर किया जाता था। उन्हें रोने या हाथ पकड़ने से मना किया जाता था। रिहा की गई महिला बंधक ने बताया कि इससे उनका मानसिक तनाव और बढ़ जाता था।
इजरायली महिलाओं ने बताया कि आतंकियों की कैद में रहने के दौरान उम्मीद की रोशनी भी दिखी। एक महिला ने कैद के दौरान अपने जन्मदिन पर अपने परिवार को रेडियो पर उसे शुभकामनाएं देते हुए सुना। कुछ बंधकों ने हमास लड़ाकों के बच्चों के साथ समय बिताया। यहां तक कि उनके साथ खेला भी, जबकि कुछ ने कैद के दौरान अरबी भी सीखी। महिलाओं ने बताया कि शुरू में कुछ को एक साथ रखा गया, लेकिन बाद में उन्हें अलग कर दिया गया।
Home / News / नहाने पर रोक, गाजा में आतंकियों के लिए खाना बनाना… हमास की कैद में क्या होता था, इजरायल की महिला बंधकों ने बताया