
साल 2024 में इजरायल ने जितना हथियार बेचा था उसका 54 प्रतिशत हिस्सा यूरोपीय देशों ने खरीदा था। इजरायली हथियारों की टेक्नोलॉजी काफी एडवांस होती है। लेकिन गाजा युद्ध में जारी विनाशक तबाही को देखते हुए कई यूरोपीय देशों ने इजरायल के साथ डिफेंस समझौते खत्म कर दिए हैं। इजरायल का बहिष्कार हो रहा है।
यूरोप के कई देशों ने इजरायल का बहिष्कार करते हुए उससे साथ रक्षा समझौते खत्म करने शुरू कर दिए हैं। यूरोपीय देशों ने एक के बाद एक या तो इजरायल से हथियारों की खरीददारी रद्द करनी शुरू कर दी है, या इजरायल की रक्षा कंपनियों से रक्षा और एयरोस्पेस प्रदर्शनी से बाहर का रास्ता दिखाना शुरू कर दिया है। इन सबके बीच भारत और इजरायल के बीच काफी तेजी से डिफेंस पार्टनरशिप बढ़ी है और साथ मिलकर कई तरह के एडवांस टेक्नोलॉजी वाले हथियार तैयार कर रहे हैं। इजरायल की टेक्नोलॉजी की मदद से भारत कई घातक हथियारों का ज्वाइंट प्रोडक्शन कर रहा है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट यानि SIPRI ने ग्लोबल आर्म्स ट्रांसफर डेटाबेस की रिपोर्ट्स के संकलन के आधार पर अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि इजरायल 2020-2024 के दौरान पहले से ही दुनिया का आठवां सबसे बड़ा हथियार निर्यातक था, जिसकी वैश्विक प्रमुख हथियार निर्यात में 3.1% हिस्सेदारी थी। लेकिन इजरायल और इजरायली रक्षा कंपनियों के बहिष्कार के आह्वान के बावजूद, तेल अवीव ने 2024 में किसी भी अन्य वर्ष की तुलना में ज्यादा हथियार बेचे हैं। इजरायली रक्षा मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक साल 2024 में, इजरायल का रक्षा निर्यात रिकॉर्ड 14.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया, जिसने 2023 के 13 बिलियन अमेरिकी डॉलर के पिछले उच्च स्तर को तोड़ दिया है।
Home / News / बराक मिसाइल, जेट, हमलावर ड्रोन… यूरोप ने इजरायल से की दगाबाजी तो सच्चे दोस्त के साथ खड़ा हुआ भारत, बना रहे रहस्यमय हथियार
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