
‘तानाशाह’ की जीत पर गुस्साई जनता, सड़कों पर आक्रोश की तस्वीरेंबेलारूस में राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विरोध प्रदर्शन अब आक्रामक रूप ले चुके हैं। रविवर को वोटिंग खत्म होने के बाद एग्जिट पोल में दावा किया गया कि राष्ट्रपति अलेग्जेंडर लूकाशेंको (Alexander Lukashenko) को 80% वोट मिले हैं जबकि उनकी प्रतिद्वंदी स्वेतलाना तिकानोव्स्काया (Svetlana Tikhanovskaya) को सिर्फ 7% वोट मिले हैं। इसके बाद बड़ी संख्या में लोग विरोध प्रदर्शन करने सड़कों पर उतर आए। लूकाशेंको 1994 से लेकर अब तक राष्ट्रपति के पद पर काबिज हैं और उन्हें यूरोप का आखिरी तानाशाह तक कहा जाने लगा है।
चुनाव में धांधली का आरोप
लोगों का आरोप है कि चुनाव में फर्जीवाड़ा किया गया है। इन लोगों पर पुलिस ने आंसू गैस और ग्रेनेड तक का इस्तेमाल कर डाला जिसकी काफी आलोचना हो रही है। चुनाव के नतीजे सोमवार शाम को आएंगे। रविवार को वोटिंग के बाद बेलारूस के केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने बताया कि लूकाशेंको पांच क्षेत्रों में 82% वोटों के साथ आगे चल रहे थे। वहीं, एग्जिट पोल्स के मुताबिक लूकाशेंको को 80% वोट मिले थे जबकि स्वेतलाना को सिर्फ 7%।
राजधानी की सड़कों पर तनावपूर्ण स्थिति
इसके बाद स्वेतलाना ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह नतीजे सही नहीं हैं। उनके अभियान के मुताबिक उन्होंने मिन्स्क में कई पोलिंग स्टेशनों पर जीत दर्ज की है। वहीं, मॉनिटरिंग ऑर्गनाइजेशन Golos का कहना है कि उसने कम से कम 10 लाख बैलट गिने हैं और उसके मुताबिक स्वेतलाना को 80% वोट मिले हैं। एग्जिट पोल के आने के बाद रविवार देर रात राजधानी मिन्स्क का माहौल बेहद तनावपूर्ण रहा। पुलिस प्रदर्शनकारियों से सख्ती से निपटती नजर आई।
बरसाई गईं लाठियां
प्रदर्शकारियों पर लाठियां बरसाई गईं और उन्हें तितर-बितर करने के लिए फ्लैश-बैंग ग्रेनेड का इस्तेमाल भी किया गया। माना जा रहा है कि यहां ऐसे हालात पहले कभी नहीं हुए हैं और लोग गुस्से में हैं। वे सड़कों पर आक्रोश के साथ उतरे तो हैं लेकिन पुलिस हर किसी को हिरासत में डाल रही है। कई जगहों पर आंसू गैस का इस्तेमाल भी किया गया है। कई जगहों पर प्रदर्शनकारी घायल हुए हैं जिन्हें अस्पताल लेकर जाया गया है।
स्वेतलाना से मिल रही थी कड़ी चुनौती
पहले घर पर रहकर ही बच्चों की देखभाल करने वाली स्वेतलाना के पति को वोट डालने से रोका गया था और फिर गिरफ्तार कर लिया गया था। स्वेतलाना का कहना है, ‘लोग जाग रहे हैं और अपना आत्म-सम्मान पहचान रहे हैं।’ दूसरी ओर, राष्ट्रपति का आरोप है स्वेतलाना विपक्षियों के हाथों की कठपुतली हैं। वहीं, स्वेतलाना की टीम का आरोप है कि चुनाव से एक दिन पहले उनके कैंपेन मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया गया। यहां तक कि अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित स्वेतलाना भी छिपने के लिए मजबूर हो गई थीं।
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