
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच जंग का फायदा उठा कर पाकिस्तान दोनों ही पक्षों से जमकर डॉलर कमा रहा है। पाकिस्तान के इस नापाक खेल में अब चीन भी शामिल हो गया है। दरअसल, पाकिस्तान ने रूस के साथ सस्ते तेल का समझौता किया है लेकिन दूसरी तरफ वो यूक्रेन को मिसाइलें, तोप के गोल और टी-80 टैंकों की सप्लाइ करके पश्चिमी देशों से जमकर पैसा बना रहा है। तेल का यह समझौता ठीक उसी तरह से है जैसे रूस ने भारत के साथ किया है। अब पाक के नापाक खेल में शामिल होकर चीन की कंपनी पाकिस्तान के रास्ते यूक्रेन को हथियार बेचकर पैसा कमाने जा रही है।चीन पर पहले ही आरोप लगे हैं कि वह रूस को हथियारों की मदद कर रहा है।
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने पोलैंड के रास्ते यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति की है। अब पाकिस्तानी सरकार पोलैंड में एक डिफेंस ट्रेडिंग फर्म स्थापित कर रही है जिससे हथियारों की सप्लाइ आसान हो जाएगी। इस डिफेंस फर्म ने कथित रूप से चीन के साथ रक्षा आपूर्ति को लेकर पार्टनरशिप किया है। यह पार्टनरशिप चीन और पाकिस्तान के बीच सदाबहार दोस्ती को ध्यान में रखकर किया गया है।पाकिस्तान की डिफेंस ट्रेडिंग फर्म केस्ट्रल ट्रेडिंग ने पोलैंड में बालफेररटेन इन्वेस्टमेंट के नाम से एक फर्म बनाया है। इसका उद्देश्य यूक्रेन को आसानी से हथियारों की सप्लाइ करना है।
केस्ट्रल ट्रेडिंग ने कथित रूप से चीन की रक्षा कंपनी Beijing Heweiyongtai के साथ समझौता किया है ताकि यूक्रेन को ड्रोन की सप्लाइ की जा सके। इस सप्लाइ को पोलैंड के गडयनिआ बंदरगाह पहुंचाया जाएगा। वहीं पाकिस्तान की आर्डिनेंस फैक्ट्री एंटीगुआ और बरबूडा के झंडे वाले जहाज का इस्तेमाल यूक्रेन को रॉकेट की सप्लाइ करने के लिए कर रही है।गत वर्ष से ही पाकिस्तान लगातार यूक्रेन को हथियारों की आपूर्ति कर रहा है। पाकिस्तान 155 एमएम के तोप के गोलों की 3 खेप भी इस महीने भेज रहा है।
इन गोलों को पहले पाकिस्तान से पोलैंड ले जाया जाएगा, फिर वहां से उसे यूक्रेन भेजा जाएगा। इसके बदले में यूक्रेन पाकिस्तान को एमआई-17 हेलिकॉप्टर के इंजन और अन्य उपकरण देगा। पाकिस्तान ने एमआई-17 के लिए यूक्रेन के साथ बड़ी डील की है। इस तरह से पाकिस्तान के रास्ते अब चीन के ड्रोन यूक्रेन पहुंच जाएंगे और फिर उनका इस्तेमाल रूस के खिलाफ होगा।
IndianZ Xpress NZ's first and only Hindi news website