
पाकिस्तान नेशनल असेंबली ने गुरुवार को एक विधेयक पारित कर दिया जो देश में आई-वोटिंग और ईवीएम के इस्तेमाल के लिए पूर्ववर्ती इमरान खान सरकार द्वारा किए गए चुनाव सुधारों को निष्प्रभावी कर देगा। संसदीय कार्य मंत्री मुर्तजा जावेद अब्बासी ने निर्वाचन (संशोधन) विधेयक 2022 पेश किया जिसे निचले सदन ने बहुमत से पारित कर दिया। विधेयक को शुक्रवार को सीनेट भेजा जा सकता है।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) पार्टी के नेता और मंत्री आजम नजीर तरार ने बताया कि किस तरह पूर्ववर्ती पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सरकार ने निर्वाचन अधिनियम, 2017 में कई संशोधन किए थे। इन संशोधनों ने ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों) के उपयोग की तथा प्रवासी पाकिस्तानियों को आम चुनावों में मताधिकार की अनुमति दे दी थी।
पाकिस्तान में सियासी उथल-पुथल : पाकिस्तान में इन दिनों बड़ी सियासी उथल-पुथल मची हुई है। देश के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान चुनाव कराने की मांग को लेकर आजादी मार्च निकाल रहे हैं। बुधवार देर रात उनका यह मार्च राजधानी इस्लामाबाद पहुंचा। पाकिस्तान में सुबह लोगों की ठीक से नींद भी नहीं खुली थी कि उन्होंने सरकार को छह दिनों का अल्टीमेटम दे दिया। इमरान खान ने इस्लामाबाद के जिन्ना एवेन्यू पर आजादी मार्च में शामिल पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और यहां से वह अपने घर बनी गाला के लिए रवाना हो गए।
इमरान ने दिया सरकार को अल्टीमेटम : अपने भाषण में इमरान खान ने सरकार को छह दिनों का अल्टीमेट दिया। उन्होंने मांग की कि छह दिनों के अंदर केंद्रीय असेंबली को भंग किया जाए और नए सिरे से देश में चुनावों के तारीखों की घोषणा की जाए। अगर छह दिनों में चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं होता तो वह पाकिस्तान के अलग-अलग कोने से 30 लाख लोगों के साथ राजधानी इस्लामाबाद में मार्च करेंगे और इस बार वह वापस नहीं जाएंगे।
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