
हाल ही में कोरोना वायरस मामलों में बढ़ोतरी के बाद फ्रांस ने काम करने की ज्यादातर जगहों पर मास्क पहनने के निर्देश दिए थे। हालांकि, ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रटरी मैट हैन्कॉक ने देश में ऐसी संभावना को खारिज किया है। उनका कहना है कि वायरस फैलने के ज्यादातर मामले घरों से सामने आते हैं, काम की जगहों से नहीं।
NHS के टेस्ट में मिले सबूत
हैन्कॉक ने BBC को बताया है कि मास्क अनिवार्य नहीं करने के पीछे कारण यह है कि NHS के टेस्ट और ट्रेस में पाया गया है कि ज्यादातर लोग एक घर से दूसरे घर में जाने पर वायरस का शिकार होते हैं। उन्होंने कहा है, ‘देश में वायरस फैलने की वजह घरों से ट्रांसमिशन है। इसकी तुलना में काम की जगह पर कम लोगों को इन्फेक्शन हुआ है, सबूतों के आधार पर हमें ऐसा लगता है।’
ब्रिटेन में 40 हजार से ज्यादा की मौत
अब तक पूरी दुनिया में 2 करोड़ 27 लाख 20 हजार 294 लोग कोरोना इन्फेक्शन की चपेट में आ चुके हैं और 7 लाख 93 हजार 676 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कुल 3 लाख 22 हजार 280 लोग इन्फेक्शन के शिकार हुए जबकि 41 हजार 403 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, अभी तक वायरस की वैक्सीन खोजने का काम पूरा नहीं हुआ है और वायरस को लेकर भी कई तरह के सवाल लोगों के जहन में बाकी हैं।
क्या फ्रोजन फूड से फैल सकता है कोरोना?
वहीं, पिछले दिनों चीन में ऐसे कई मामले सामने आए जहां फ्रोजन फूड के शिपमेंट में COVID-19 पैदा करने वाले कोरोना वायरस के सैंपल मिले थे। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भले ही इससे महामारी के और ज्यादा फैलने की आशंका से इनकार किया हो, करीब 220 अरब डॉलर की इस सप्लाई चेन पर अनिश्चितता मंडराने लगी है। दरअसल, एक्सपर्ट्स का मानना है कि फ्रोजन फूड से वायरस फैलना बेहद मुश्किल जरूर है, नामुमकिन नहीं।
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