
ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर की स्थापना 40 साल पहले देश की इस्लामी व्यवस्था की रक्षा करने और नियमित सशस्त्र बलों को जवाब देने के लिए की गई थी। इसके बाद से यह ईरान में एक प्रमुख ताकत बन गई है। इसका ईरान के सर्वोच्च नेता के साथ घनिष्ठ संबंध हैं।
कनाडा की जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार ने ईरानी सशस्त्र बलों की एक शाखा इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) को आतंकी यूनिट घोषित किया है। कनाडा के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री डोमिनिक लेब्लांक ने बुधवार दोपहर को कहा कि कनाडा आईआरजीसी की आतंकवादी गतिविधि का मुकाबला करने के लिए अपने पास उपलब्ध सभी साधनों का उपयोग करेगा। लेब्लांक ने कहा कि शीर्ष आईआरजीसी सदस्यों सहित हजारों वरिष्ठ ईरानी सरकारी अधिकारियों के अब कनाडा में प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। जो पहले से ही देश के अंदर हैं, उनकी जांच की जा सकती है और उन्हें निष्कासित किया जा सकता है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने पब्लिक सेफ्टी कनाडा की प्रेस में आए बयान का हवाला देते हुए बताया कि इस घोषणा के परिणाम स्वरूप तत्काल प्रभाव से कनाडाई वित्तीय संस्थानों, जैसे कि बैंकों और ब्रोकरेज को आतंकवादी संगठन की संपत्ति को तुरंत फ्रीज करना होगा। कनाडा में किसी भी व्यक्ति या विदेश में कनाडाई लोगों के लिए जानबूझकर आतंकवादी समूह के स्वामित्व वाली या नियंत्रित संपत्ति से ताल्लुक रखना एक आपराधिक कृत्य है।
अमेरिका 2019 में ही कर चुका आतंकी संगठन घोषित – स्थानीय मीडिया के अनुसार, यदि धर्मार्थ संगठन आतंकवादी समूहों से अपने संबंध बनाए रखते हैं, तो वे अपना दर्जा खो सकते हैं। उन समूहों से जुड़े पाए जाने वाले लोगों को कनाडा में प्रवेश से वंचित किया जा सकता है। अमेरिका ने 2019 में आईआरजीसी को आतंकवादी समूह घोषित किया था। अमेरिका के बाद कनाडा ने ये फैसला लिया है।
कनाडा ने कहा है कि ईरानी शासन ने ईरान के अंदर और बाहर दोनों जगह मानवाधिकारों के प्रति लगातार अनादर प्रदर्शित किया है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय नियम-आधारित व्यवस्था को अस्थिर करने की इच्छा भी दिखाई है। कनाडा के इस कदम के बाद शीर्ष आईआरजीसी अधिकारियों सहित हजारों वरिष्ठ ईरानी सरकारी अधिकारियों को कनाडा में प्रवेश करने से रोक दिया जाएगा।
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