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इजरायल पर हमास के हमले के बाद ईरानी संसद में जश्न, खामेनेई के करीबी बोले- मुबारक हो

कतर के बाद अब ईरान ने भी खुलकर फिलिस्तीनी हमास का समर्थन किया है। ईरान ने तो इजरायल पर हमला करने वाले आतंकवादी समूह हमास को मुबारकबाद तक दी है। ईरानी संसद में भी हमास के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई है। उधर, कतर ने भी हमास के हमले और बाद के हालात के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। कतर आतंकवादी समूह हमास का सबसे बड़ा दानदाता भी है। कतर ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल पर दबाव बनाने का भी अनुरोध किया है। इजरायली सेना ने बताया है कि हमास आतंकवादियों के हमले में अब तक 100 से अधिक इजरायली नागरिकों की मौत हो गई है। वहीं, अब भी बड़ी संख्या में इजरायली नागरिकों का अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
ईरान के सुप्रीम लीडर आयातुल्लाह अली खामेनेई के सलाहकार ने इजरायल में फिलिस्तीनी लड़ाकों के हमले का समर्थन किया है। आईएसएनए न्यूज एजेंसी के मुताबिक, रहीम सफवी ने कहा कि हम फिलिस्तीनी लड़ाकों को मुबारकबाद देते हैं। उन्होंने कहा कि यरुशलम और फिलीस्तीन की आजादी मिलने तक हम फिलिस्तीनी लड़ाकों के साथ हैं। ईरानी संसद में भी फिलिस्तीनी लड़ाकों के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई। ईरान शुरू से ही इजरायल को दुश्मन नंबर एक मानता है। वहीं, इजरायल, ईरान को अपने अस्तित्व के लिए खतरे के तौर पर देखता है। पहले भी ईरान ने आरोप लगाए हैं कि इजरायली खुफिया एजेंसियों ने उनके देश में कई हमले किए हैं। हालांकि, इजरायल ने हर मौके पर इन हमलों को लेकर कोई बयान नहीं दिया है।
हमास ने तड़के किया इजरायल पर हमला- द टाइम्स ऑफ इजरायल’ की रिपोर्ट के अनुसार, गाजा स्थित आतंकवादी समूह ने शनिवार सुबह इजरायल पर एक अभूतपूर्व हमला किया, हजारों रॉकेट दागे और जमीन, समुद्र तथा हवा से इजरायली क्षेत्र में बंदूकधारियों को भेजा। इजरायल के योम किप्पुर पर आश्चर्यजनक आक्रमण की 50वीं वर्षगांठ मनाने के एक दिन बाद हुये इस हमले ने इजरायली सेना और सुरक्षा बलों को पूरी तरह से आश्चर्यचकित कर दिया है। इजरायली दैनिक ने निवासियों के हवाले से कहा कि हमास के बंदूकधारियों ने कम से कम एक सैन्य अड्डे पर कब्जा कर लिया। वे इजरायल के सीमावर्ती इलाकों में लोगों को मार रहे थे और कब्जा कर रहे थे, जाहिर तौर पर इजरायली बलों की ओर से बहुत कम प्रतिरोध था।