
चीन ने दक्षिण चीन सागर में अपनी ताकत बढ़ाने के लिए तीन मुख्य युद्धपोतों को अपनी नौसेना में शामिल किया है। इनमें परमाणु ऊर्जा से संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बी, एक विशाल विध्वंसक और देश का सबसे बड़ा तेज गति वाला युद्धक जहाज है जिसमें करीब 30 हेलिकॉप्टर और सैकड़ों सैनिक सवार हो सकते हैं। इन पोतों को शनिवार को राष्ट्रपति शी चिनफिंग की उपस्थिति में सानया में आयोजित एक समारोह में सेवा में शामिल किया गया। सानया हैनान प्रांत में विवादित दक्षिण चीन सागर में चीन का मुख्य नौसैन्य अड्डा है।
हांगकांग के साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रविवार को खबर दी कि सेवा में शामिल किए गए पोतों में 075 प्रकार के बेहद तेज गति वाले युद्ध जहाज शामिल हैं जो 30 हेलिकॉप्टरों और सैकड़ों सैनिकों को ले जा सकते हैं। यह चीन का सबसे विशाल युद्धक पोत है जो करीब 40,000 टन तक पानी को हटा सकता है। सरकारी अखबार चाइना डेली ने खबर दी कि 09IV प्रकार की पनडुब्बी चीन के परमाणु ऊर्जा संचालित बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों की दूसरी पीढ़ी श्रेणी की मानी जा रही है जिसने पुराने प्रकार 09II की जगह ली है।
खबर में कहा गया कि 055 प्रकार पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी नेवी (प्लान) का सबसे शक्तिशाली विध्वंसक पोत है जिसमें नये प्रकार की वायु रक्षा प्रणाली, मिसाइल रक्षा, पोत रोधी और पनडुब्बी रोधी हथियारों से लैस है। नये पोतों को शामिल करना चीनी नौसेना के व्यापक आधुनिकिरण का हिस्सा है जिसमें विमान वाहक पोत भी शामिल हैं। चीन ने दो विमानवाहकों का निर्माण किया है। आधिकारिक मीडिया खबरों में कहा गया है कि चीन की छह विमानवाहक पोतों के निर्माण की योजना है।
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