
चीन अंतरिक्ष में एक बड़ी स्टार वार्स आर्मी तैयार कर रहा है। उसने छह साल में अपने जासूसी सैटेलाइट की संख्या तीन गुना कर ली है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन इसका ताइवान पर आक्रमण का समर्थन करने के लिए इस्तेमाल कर सकता है। इसमें पनडुब्बियों से अंतरिक्ष तकनीक द्वारा पहचाने गए लक्ष्यों पर मिसाइलें दागी जा सकती हैं। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग हिंद-प्रशांत क्षेत्र में पश्चिमी देशों के प्रभाव से मुक्त रखना चाहते हैं, इसलिए हर तरह से अपनी ताकत बढ़ा रहा है। अमेरिकी अंतरिक्ष बल ने इस सप्ताह चेतावनी दी थी कि चीन के पास इस क्षेत्र पर केंद्रित लगभग 350 निगरानी सैटेलाइट हैं, जो 2018 के बाद से 300 प्रतिशत की वृद्धि है। इससे चीन हजारों मील दूर यहां तक कि पृथ्वी के वक्र से भी परे टागरेट को निशाना बना सकता है।
द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका की स्पेस डेल्टा-2 फोर्स के कमांडर कर्नल राज अग्रवाल ने कहा कि चीन नई अंतरिक्ष दौड़ के जरिए अपनी सैन्य शक्ति का विस्तार कर रहा है। चीन अंतरिक्ष में जो कुछ भी कर रहे हैं। चीनी इस तरह से सेनाएं तैनात कर रहे हैं कि इंडो-पैसिफिक को अमेरिका और उसके मित्र देशों की युद्धाभ्यास की स्वतंत्रता में अड़चन पैदा हो। अंतरिक्ष बल के खुफिया स्क्वाड्रन के प्रमुख लेफ्टिनेंट कर्नल ट्रैविस एंडरसन ने कहा कि चीन ने खुद को इस तरह से तैयार किया है कि वह इंडो-पैसिफिक में अमेरिकी और सहयोगी बलों के जहाजों को खोज सके।
अमेरिका के मुकाबले ज्यादा बढ़े चीन के सैन्य उपग्रह – लेफ्टिनेंट कर्नल गैलेन थोर्प ने कहा कि चीन के सैन्य उपग्रहों का समूह अमेरिका की तुलना में बहुत तेजी से बढ़ रहा है। अंतरिक्ष के उनके उपयोग से लंबी दूरी तक निशाना लगाने की उनकी क्षमता बढ़ती है। उनकी अंतरिक्ष-सक्षम क्षमताओं का उपयोग सीधे ताइवान को लक्षित करने के लिए किया जा सकता है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने ताइवान पर आक्रमण का जवाब दिया तो बीजिंग बैलिस्टिक मिसाइलों की सीमा को उस दूरी तक बढ़ा सकता है जो हस्तक्षेप को चुनौतीपूर्ण बना देगा।
Home / News / चीन अंतरिक्ष में तैयार कर रहा स्टार वार्स सेना, हजारों मील दूर से टागरेट को बनाएगी निशाना, टेंशन में अमेरिका
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