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ईरान गैस पाइपलाइन के बाद चीन के सीपीईसी का नंबर? अमेरिकी धमकी से घबराया पाकिस्‍तान, समझें डर


ईरान के राष्‍ट्रपति इब्राहिम राईसी पाकिस्‍तान की यात्रा के बाद अब श्रीलंका के लिए रवाना हो गए हैं। ईरानी राष्‍ट्रपति के साथ बातचीत के दौरान बंद कमरे में पाकिस्‍तान ने गैस पाइपलाइन के मुद्दे को उठाया लेकिन सार्वजनिक रूप उसका जिक्र करने का साहस नहीं कर पाया। पाकिस्‍तान ने कहा कि वह ईरान के साथ व्‍यापार को 10 अरब डॉलर तक ले जाने की कोशिश करेगा। इस यात्रा से ठीक पहले पाकिस्‍तान में गैस पाइपलाइन का मुद्दा पूरी तरह से गरम था और माना जा रहा था कि कोई बड़ा ऐलान राईसी के साथ हो सकता है। हालांकि पाकिस्‍तान और ईरान दोनों ने ही इस मुद्दे पर चुप्‍पी साधे रखी है। वहीं अमेरिका ने साफ कह दिया है कि जो देश ईरान के साथ व्‍यापार करेगा, उसके खिलाफ प्रतिबंधों का खतरा रहेगा। अमेरिका की इस धमकी के बाद पाकिस्‍तान जहां सदमे में है, वहीं उसे चीन को लेकर भी बड़ा डर सता रहा है।
पाकिस्‍तान के चर्चित अखबार डॉन ने अपने संपादकीय में शहबाज शरीफ सरकार को सलाह दी है कि उसे इस समस्‍या पर लंबी अवधि का नजर‍िया रखना चाहिए। उसने कहा कि अमेरिका के साथ रिश्‍ते अहम है लेकिन क्‍या पाकिस्‍तान को हर आर्थिक और रणनीतिक फैसले के लिए अमेरिकी स्‍वीकृति लेना जरूरी है? डॉन ने कहा कि आज अमेरिका नहीं चाहता है कि ईरान के साथ गैस पाइपलाइन डील आगे नहीं बढ़े। कल अमेरिका और चीन के बीच रिश्‍ते खराब होते हैं तो वे कहेंगे पाकिस्‍तान सीपीईसी परियोजना या चीन के साथ रक्षा सहयोग पर फिर से विचार करे। डॉन ने सवाल किया कि क्‍या पाकिस्‍तान की सरकार इसे मानेगी?
चीन और अमेरिका में बढ़ रहा तनाव, फंसा पाक‍िस्‍तान – दरअसल, ईरान ने पाकिस्‍तान की सीमा तक अरबों डॉलर खर्च करके पाइपलाइन बना दिया है लेकिन पाकिस्‍तान आनाकानी कर रहा है। ईरान ने धमकी दी थी कि अगर पाकिस्‍तान समझौते के तहत पाइपलाइन नहीं बनाता है तो वह कोर्ट में जाएगा और अरबों डॉलर का हर्जाना वसूलेगा। इस धमकी के बाद पाकिस्‍तान ने ऐलान किया कि वह पाइपलाइन को बनाएगा लेकिन अभी तक काम शुरू करने का साहस नहीं कर पाया है। पाकिस्‍तान की कोशिश थी कि वह ईरानी राष्‍ट्रपति के साथ मुलाकात में इसको लेकर कोई सहमति बनाई जाए। ईरान ने पाकिस्‍तान को भरोसा दिया है कि वह पाकिस्‍तानी कंपनियों को अमेरिकी प्रतिबंधों से राहत दिलाएगा लेकिन इस्‍लामाबाद को डर सता रहा है।