
चीन के रिसर्चर्स की टीम ने दावा किया है कि उन्होंने क्वॉन्टम कंप्यूटिंग में एक नया रेकॉर्ड कायम किया है। उनका दावा है कि पहले आए किसी भी कंप्यूटर से उनका नया कंप्यूटर कहीं ज्यादा शक्तिशाली है। यहां तक कि गूगल से भी ज्यादा बेहतर बताया है। रिसर्चर्स ने arXiv में छपे प्रीप्रिंट में दावा किया है कि उनका क्वॉन्टम कंप्यूटर 66 में से 56 क्यूबिट्स की मदद से प्रॉब्लम सॉल्व करने में सक्षम है।
क्लासिकल कंप्यूटर नहीं हल कर सकते सवाल : दूसरी ओर गूगल के Sycamore प्रोसेसर में 54 क्यूबिट होते हैं। 2019 में गूगल ने दावा किया था कि उनके कंप्यूटर ने पहली बार क्वॉन्टम सुप्रिमेसी हासिल कर ली है। यानी क्वॉन्टम कंप्यूटर ऐसे सवाल हर कर सकता है जिसे क्लासिकल कंप्यूटर नहीं कर सकते। गूगल ने दावा किया कि उनके कंप्यूटर ने 3.5 मिनट में सवाल हल कर लिया जिसके लिए सबसे शक्तिशाली पारंपरिक सुपरकंप्यूटर को 10 हजार साल लगते।
चीन ने भी कुछ ऐसा ही दावा किया है। उनका कहना है कि Zuchongzhi ने 70 मिनट में सैंपलिंग का टास्क पूरा किया जिसे करने में सबसे शक्तिशाली सुपरकंप्यूटर को 8 साल लगते। रिसर्चर्स का कहना है कि जो टास्क सॉल्व करना था, वह गूगल के Sycamore को मिले टास्क की तुलना में 100 गुना ज्यादा मुश्किल था।
क्वॉन्टम सैटलाइट : चीन की विज्ञान अकादमी ने बताया कि वर्ष 2017 में चीन ने क्वॉन्टम संचार उपग्रह को प्रक्षेपित किया था जो हैक नहीं किया जा सकता और सुरक्षा की अत्याधुनिक विशेषताओं से लैस है। इसके अगले साल चीन ने 2000 किलोमीटर लंबी ‘हैक प्रूफ’ क्वॉन्टम संचार लाइन का उद्घाटन किया जिसे देश की राजधानी बीजिंग से आर्थिक मुख्यालय शंघाई के बीच स्थापित किया गया है।
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