चीन ने देशभर में अधिकारियों को यात्रा, भोजन और ऑफिस पर होने वाले खर्च में कटौती करने के लिए कहा है। ये फैसला चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की ओर से फिजूलखर्ची रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों के तहत लिया गया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है और सरकार के बजट पर दबाव बढ़ रहा है। ऐसे में सरकार तमाम तरह के कदम उठा रही है, जिससे बजट पर दबाव कम किया जा सके। जिनपिंग सरकार का ये फैसला चीन की वास्तविक आर्थिक हालत को भी सामने लाता है।
शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, चीन सरकार ने अधिकारियों को सख्त मेहनत और बचत करने जबकि फिजूलखर्ची रोकने के लिए कहा है। चीनी सरकार के इस आदेश का असर शेयर बाजार पर दिखा है। कंज्यूमर स्टेपल्स स्टॉक का बेंचमार्क इंडेक्स सोमवार को 1.4 फीसदी तक गिर गया। क्वेइचो मुताई कंपनी का 2.2% नीचे आया, जो छह हफ्तों में सबसे बड़ी गिरावट है।
जिनपिंग दे रहे हैं कटौती पर जोर-चीन में जमीन की बिक्री से होने वाली आय में कमी आई है। इससे बजट सीमित हो गया है। इसके अलावा स्थानीय सरकारों पर कर्ज का भारी बोझ है। इसे देखते हुए 2023 के अंत में जिनपिंग सरकार ने अधिकारियों से कहा था कि वे ‘बेल्ट-टाइट करने की आदत डालें’ यानी अपने खर्चों को सीमित कर दें। शी जिनपिंग ने हालिया समय में भ्रष्टाचार और फिजूल खर्ची रोकने के लिए लगातार कदम उठाए हैं।
Home / News / सिगरेट, शराब को नहीं मिलेगा पैसा… चीन की आर्थिक हालत टाइट, अधिकारियों के खर्च में कटौती को मजबूर हुए जिनपिंग