
चीन में जानलेवा कोरोना वायरस के कारण हालात बेहद नाजुक हो गए हैं। यहां 3,694 नए मामलों की पुष्टि हुई है तथा 73 और लोगों की मौत होने के साथ ही इससे अब तक मरने वालों की संख्या 563 पहुंच गई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार जिन 73 लोगों की मौत हुई है उनमें हुबेई प्रांत के 70, तिआनजिन, हेईलोगजिंयाग और गुइझाओ के एक-एक लोग शामिल हैं।
स्वास्थ्य आयोग ने बताया कि बुधवार को कोरोना वायरस के 5,328 नये संदिग्ध मामले सामने आए हैं और 640 रोगियों की हालत गंभीर हो गई और 261 लोगों को स्वस्थ्य होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। आयोग ने बताया कि बुधवार तक कोरोना वायरस के 28,018 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और 563 लोगों की मौत हो गई है। अभी तक 24,702 लोगों के इस वायरस से संक्रमित होने का संदेह है और 3,859 लोगों की हालत नाजुक बनी हुई है। कुल 1,153 लोगों को स्वस्थ्य होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। आयोग ने बताया कि 282,813 लोगों को निगरानी में रखा गया था जिनमें से 21,365 को बुधवार को निगरानी से छुट्टी दे दी गई। हांगकांग में बुधवार तक कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत के साथ 21 नये मामलों की पुष्टि हुई है।
जापान के क्रूज में 10 और लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि
जापान ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जिस क्रूज के यात्रियों को अलग रखा था, उनमें से 10 और लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। स्थानीय मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही क्रूज पर सवार लोगों में से कुल 20 के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। जापान के अधिकारी ‘डायमंड प्रिंसेज’ क्रूज पर सवार यात्रियों में से अब तक 273 लोगों के नमूनों की जांच कर चुके हैं। क्रूज पर करीब 3700 यात्री सवार हैं, जो करीब 14 दिन तक नौका पर ही रहेंगे। दरअसल जापान ने यह कदम 80 वर्षीय एक व्यक्ति के वायरस से पीड़ित पाए जाने के बाद उठाया गया है। चीन में इस वायरस से अभी तक 563 लोगों की जान जा चुकी है।
क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस (सीओवी) का संबंध वायरस के ऐसे परिवार से है, जिसके संक्रमण से जुकाम से लेकर सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है. इस वायरस को पहले कभी नहीं देखा गया है. इस वायरस का संक्रमण दिसंबर में चीन के वुहान में शुरू हुआ था। डब्लूएचओ के मुताबिक, बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ इसके लक्षण हैं। अब तक इस वायरस को फैलने से रोकने वाला कोई टीका नहीं बना है।
क्या हैं बीमारी के लक्षण?
इसके संक्रमण के फलस्वरूप बुखार, जुकाम, सांस लेने में तकलीफ, नाक बहना और गले में खराश जैसी समस्या उत्पन्न होती हैं। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। इसलिए इसे लेकर बहुत सावधानी बरती जा रही है। यह वायरस दिसंबर में सबसे पहले चीन में पकड़ में आया था। इसके दूसरे देशों में पहुंच जाने की आशंका जताई जा रही है।
कैसे करें बचाव?
कोरोना वायरस से बचने के लिए हाथों को साबुन से धोना चाहिए। अल्कोहल आधारित हैंड रब का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। खांसते और छीकते समय नाक और मुंह रूमाल या टिश्यू पेपर से ढककर रखें। जिन व्यक्तियों में कोल्ड और फ्लू के लक्षण हों उनसे दूरी बनाकर रखें। अंडे और मांस के सेवन से बचें। जंगली जानवरों के संपर्क में आने से बचें।
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