
China में Coronavirus से इन्फेक्शन की खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। यहां दूसरे देशों से वायरस वापस आ रहा है जिसके चलते फिलहाल एहतियात बरते जा रहे हैं।
चीन ने देश में विदेशियों की स्क्रूटिनी करने और बॉर्डर कंट्रोल को सख्त करने का फैसला किया है। यह फैसला एक दिन में बाहर से आने वाले कोरोना इन्फेक्शन में देखी गई बढ़ोतरी के बाद लिया गया है। चीन में 11 अप्रैल को 99 नए केस सामने आए। शंघाई में 51 चीनी नागरिक रूस से एक ही फ्लाइट से आने के बाद पॉजिटिव पाए गए।
गुआंगझू प्रांत के मेयर वेन गुओही ने बताया कि बाहर से आने वाले मामले बढ़ते जा रहे हैं। हां बाहर से आने वाले लोगों को स्क्रूटिनी गुजरना पड़ता है, चाहे वे किसी भी देश से आ रहे हों। हीलॉन्गहियांग प्रांत में 11 अप्रैल को रूस से आए 21 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। रूस के साथ बॉर्डर 13 अप्रैल के बाद बंद रहेंगे जो 9 अप्रैल को बंद कर दिया गया और अगले हफ्ते खुलने वाला था।
अभी टला नहीं है खतरा
चीन के मेडिकल अडवाइजर यॉन्ग नंशान ने कहा है कि वुहान भी बाहर से आने वाले मामलों की जद में है। वुहान में ही सबसे पहले कोरोना वायरस का हमला हुआ था। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों में कोरोना फैल रहा है। ऐसे में चीन में यह वायरस वापस आ सकता है। उन्होंने कहा कि अभी यह वक्त नहीं आया है कि कोरोना को लेकर आराम से बैठा जा सके।
चीन ने रूस को कोरोना से लड़ने में मदद करने के लिए मेडिकल एक्सपर्ट्स को शनिवार को मॉस्को भेजा। इसके साथ ही ऐंटी-वायरस इक्विपमेंट भी भेजा गया है। चीन में अब तक 82,052 लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं जबकि 3,339 लोगों की मौत हो चुकी है। वुहान में 8 अप्रैल को ट्रैवल बैन भी हटा दिया गया था।
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