
दुनिया में कोरोना वायरस बेशक चीन के वुहान शहर से फैलना शुरू हुआ लेकिन इससे सबसे अधिक प्रभावित देश अमेरिका है। दुनिया में कुल 3 लाख मौतों में यूरोप में कोरोना से दो-तिहाई मौतें हुईं जबकि अमेरिक में यह आकड़ा 83 हजार के पार पहुंच गया है। अमेरिका में सबसे अधिक मौतें न्यूयॉर्क शहर में दर्ज की गई हैं। वायरस के कहर के चलते अब न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वॉयर पर एक नया बिलबोर्ड लगाया गया है। लोगों ने इसे ‘ट्रंप डेथ क्लॉक’ का नाम दिया है। इसे लगाने वालों का कहना है कि ये उन मौतों की गिनती कर रहा है, जो कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने के बाद जरूरी कदम समय पर उठाए जाने पर बचाई जा सकती थी। इस घड़ी को फिल्ममेकर यूजीन जेर्की ने डिजाइन किया है। इस बीच अमेरिका में इस महामारी से मरने वालों की संख्या 83 हजार को पार कर गई है।
सोमवार तक इस घड़ी के अनुसार 48000 से ज्यादा ऐसी मौतें हैं जिन्हें बचाया जा सकता था। उधर, राष्ट्रपति ट्रंप कोरोना वायरस पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में अचानक भड़क गए। दरअसल, एक पत्रकार ने उनसे सवाल पूछा कि वह इस बात पर अधिक जोर क्यों देते हैं कि अमेरिका बाकी देशों से ज्यादा टेस्टिंग कर रहा है। इस पर ट्रंप ने कहा, ‘दुनिया में हर जगह लोगों की जान जा रही है। यह सवाल आपको चीन से करनी चाहिए, मुझसे नहीं।’ बतां दें कि अमेरिकी में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या लगभग 83 हजार से ज्यादा हो गई है। वहीं, 13 लाख 92 हजार से ज्यादा इससे संक्रमित हैं। इसके बावजूद राष्ट्रपति ट्रंप अमेरिका से लॉकडाउन हटाने पर जोर दे रहे हैं। डोनाल्ड ट्रंप इकॉनमी ग्रोथ के लिए लॉकडाउन खोलने पर अमादा हैं।
डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि इकॉनमी को खोल दिया जाए और लोग काम पर वापस लौटें। इस बीच ऐसी रिपोर्ट्स आई हैं कि जो हजारों लोग काम पर लौटे हैं, वे कोरोना से ग्रस्त हो गए हैं। हाल के आंकड़ों में पता चला है कि मीट पैकिंग और मुर्गी पालन से जुड़ा कार्य जहां होता है, वहां कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ गया है। अमेरिकी के टेक्सस प्रांत के ऑस्टिन में कंस्ट्रक्शन वर्कर्स में कोरोना के मामले पाए गए हैं। ये लोग हाल ही में काम पर लौटे थे। वाइट हाउस (White House) में ट्रंप के एक सहयोगी भी कोरोना से संक्रमित हैं।
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