
कैनबरा। विश्व की सबसे उम्रदराज सुमात्राई मादा वनमानुष की आस्ट्रेलिया के चिडिय़ाघर में मौत हो गई। इसकी उम्र 62 वर्ष थी। ‘बीबीसी’ की रिपोर्ट के अनुसार, इस मादा वनमानुष का नाम पुआन था, जिसे पर्थ के चिडिय़ाघर की ‘ग्रैंड ओल्ड लेडी’ के तौर पर जाना जाता था। इसकी मौत उम्र संबंधी जटिलताओं की वजह से हुई।
वह यहां 1968 से थी और इसे 2016 में गिनिज वल्र्ड रिकॉड्र्स द्वारा आधिकारिक तौर अपनी प्रजाति की सबसे उम्रदराज वनमानुष के रूप में दर्जा दिया गया था। गंभीर रूप से लुप्तप्राय प्रजाति सुमात्राई वनमानुष बेमुश्किल ही 50 वर्ष की आयु तक पहुंच पाते हैं। चिडिय़ाघर प्रशासन ने कहा कि ऐसा माना जा रहा है कि इसका जन्म इंडोनेशिया के सुमात्रा में 1956 में हुआ था।
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