
इमरान खान को पाकिस्तान की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए बना विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) अब टूटते हुए दिख रहा है। आसिफ अली जरदारी की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और नवाज शरीफ की पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के बीच विधानसभाओं से इस्तीफा देने के मुद्दे पर एक राय नहीं बन सकी है। यही कारण है कि 11 विपक्षी पार्टियों वाले इस गठबंधन ने लॉन्ग मार्च को स्थगित कर दिया है।
विधानसभाओं से इस्तीफे पर गठबंधन में सहमति नहीं : पीडीएम के अध्यक्ष मौलाना फजलुर रहमान ने बताया कि विधानसभाओं से इस्तीफा देने के मुद्दे पर विपक्षी गठबंधन के भीतर मतभेद हैं, इसलिए हमने सरकार के खिलाफ होने वाले लॉन्ग मार्च को स्थगित करने का फैसला किया है। इस्लामाबाद में पीडीएम की एक घंटे की बैठक के बाद रहमान ने कहा कि नौ पार्टियों ने लॉन्ग मार्च के साथ विधानसभाओं से इस्तीफे सौंपने के प्रस्ताव पर सहमति व्यक्त की थी। हालांकि, पीपीपी ने इस्तीफे को लॉन्ग मार्च से जोड़ने पर आपत्ति जताई है।
पीडीएम ने जरदारी की पार्टी को दिया समय : फजलुर रहमान ने कहा कि पीपीपी ने अपने फैसले को बताने से पहले अपनी केंद्रीय कार्यकारी समिति (सीईसी) के भीतर परामर्श आयोजित करने के लिए समय मांगा है। हमने उन्हें मौका दिया है और हम उनके फैसले का इंतजार करेंगे। माना जा रहा है कि पीपीपी की कार्यकारी समिति की बैठक में अगर सभी इस्तीफे पर सहमति नहीं बन पाती है तो इससे विपक्षी दलों के इस गठबंधन का टूटना तय है।
जरदारी को नवाज की बेटी मरियम ने दिया जवाब : बैठक में आसिफ अली जरदारी ने नवाज शरीफ से पाकिस्तान वापस लौटने की अपील की है, ताकि विपक्ष अधिक ताकत ते साथ लड़ सके। इसपर , जवाब देते हुए वहीं, पीएमएल-एन के उपाध्यक्ष और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने कहा कि मैंने जरदारी से सम्मान के साथ कहा कि मियां साहब (नवाज शरीफ) को वापस लाना उनको हत्यारों के हाथों सौंपना होगा। न तो पीएमएल-एन के नेता और न ही पार्टी का वोट बैंक उनके जीवन को खतरे में डालना चाहता है। हम नेताओं को जिंदा देखना चाहते हैं, हम नहीं चाहते कि उनका मृत शरीर या हत्या नहीं चाहते हैं। बता दें कि नवाज शरीफ को पाकिस्तान ने भगोड़ा घोषित किया हुआ है।
नवाज पर निशाना साध रहे जरदारी : पीडीएम की इस महत्वपूर्ण बैठक को एक साथ विधानसभाओं से इस्तीफा देने के मुद्दे पर आयोजित किया गया था। बता दें कि विपक्ष की लॉन्ग मार्च को आज से ठीक दो सप्ताह बाद आयोजित किया जाना था। जरदारी ने इस बैठक में कहा कि मियां साहब, जब आप घर लौटेंगे तो हम आपको इस्तीफा सौंप देंगे। जरदारी ने आगे कहा कि अगर नवाज चाहते थे कि विपक्षी पार्टियां इस्तीफा दे दें, तो न केवल हमें, बल्कि सभी को जेल जाना होगा। जरदारी ने नवाज की पार्टी के नेता इशाक डार के सीनेट चुनाव में हिस्सा न लेने पर निशाना साधा।
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