
अमेरिका में स्थापित पूर्वी तुर्किस्तान की स्वतंत्रता बहाली के लिए प्रयासरत एक अंतरराष्ट्रीय संस्था ने ट्रंप प्रशासन से चीन के साथ सभी व्यापार समझौते खत्म करने की मांग की है। ईस्ट तुर्किस्तान नेशनल अवेकनिंग मूवमेंट (ETNAM) ने एक बयान में आरोप लगाया कि चीन दशकों से कब्जे वाले पूर्वी तुर्किस्तान को उपनिवेश बनाने के लिए बर्बर अभियान चला रहा है और जनसंहार कर रहा है। ईटीएनएएम ने कहा कि अमेरिका को चीन के खिलाफ उइगर और अन्य तुर्क लोगों के कथित जनसंहार को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। ETNAM ने आरोप लगाया कि हाल के वर्षों में पूर्वी तुर्किस्तान के 30 लाख उइगर, कजाख, किर्गिज, उज्बेक, ततार और अन्य तुर्क लोगों को यातना शिविरों, करागार और श्रम शिविरों में भेजा गया है।
यह बयान बृहस्पतिवार को ईटीएनएएम सदस्यों द्वारा वाशिंगटन में व्हाइट हाउस के समक्ष शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद आया। पिछले महीने ETNAM और पूर्वी तुर्किस्तान की निर्वासित सरकार ने औपचारिक रूप से शिकायत कर अंतरराष्ट्रीय अपराध अदालत से चीनी अधिकारियों द्वारा कथित तौर पर किए गए जनसंहार और मानवता के खिलाफ अपराधों की जांच करने और अभियोजित करने की मांग की थी। ईटीएनएएम ने कहा, ‘‘ वे दुनिया भर की सरकारों से इस मुहिम का समर्थन करने का आह्वान के अलावा अंतरराष्ट्रीय न्याय अदालत (ICJ) के सदस्यों देशों जैसे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, भारत, जापान, अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य से अंतरराष्ट्रीय अदालत में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराने का आह्वान करते हैं।
गौरतलब है कि इलाके में रहने वाले करीब दस लाख उइगर और अन्य तुर्क मुस्लिम अल्पसंख्यकों को ‘राजनीतिक पुन:शिक्षा’ शिविरों में भेजा गया है। चीन में मानवाधिकार उइगर समर्थकों का पूरा परिवार लापता है जिनमें अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं। हालांकि, चीन मानवाधिकार उल्लंघन और अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय के उत्पीड़न के आरोपों से इनकार करता है।
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