
भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई में इजरायल से खरीदे हथियार इस्तेमाल किए हैं। ऐसे में इजरायल के रक्षा अधिकारी कश्मीर और भारत-पाक तनाव पर पर नजर रख रहे हैं।
भारत ने 6 मई की रात को पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों पर हमले किए हैं। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने नौ ठिकानों पर मिसाइल हमले किए हैं। भारत ने हालिया समय में आतंक विरोधी अभियानों में इजरायल से खरीदे गए हथियारों का लगातार इस्तेमाल किया है। ये हथियार पिछले 20 सालों में दोनों देशों के बीच हुए रक्षा समझौते के तहत खरीदे गए हैं। ऐसे में इजरायल के रक्षा अधिकारी लगातार कश्मीर में हो रही गतिविधियों और भारत-पाकिस्तान के तनाव पर नजर रख रहे हैं।
इजरायली वेबसाइट वायनेट की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान और चीन के खतरे को देखते हुए सैन्य साजो-सामान लिए हैं। इसमें इजरायल की कंपनियों एल्बिट सिस्टम और इजरायल एरोस्पेस इंडस्ट्री (IAI) से खरीदे गए ड्रोन, गाइडेड मिसाइल और हवाई सुरक्षा सिस्टम शामिल हैं। भारत ने इन हथियारों पर हालिया सालों में अरबों डॉलर खर्च किए हैं। पिछले महीने ही भारतीय नौसेना ने अपने नए युद्धपोतों से बराक-8 मिसाइलों का सफल परीक्षण भी किया है।बराक मिसाइल को IAI, भारत के रक्षा मंत्रालय और DRDO के बीच सहयोग से बनाया गया है।
इजरायली रडार सिस्टम – इजरायल से भारत को रडार सिस्टम मिला है। ये रडार भारतीय नौसेना के जहाजों और जमीन पर मौजूद सैन्य ठिकानों पर लगाए गए हैं। इजराइली हथियार उद्योग के अनुसार, भारत में इस्तेमाल हो रहे ज्यादातर इजराइली हथियार अब भारत में ही बन रहे हैं। रक्षा सौदे के समय ही यह शर्त रखी गई थी कि हथियारों का निर्माण भारत में ही होना चाहिए और तकनीक भी मिलनी चाहिए।
इजरायली रक्षा सूत्रों के अनुसार, इजरायल ने पिछले साल भारत को करीब 1.5 अरब डॉलर के हथियार बेचे हैं। एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि भारत कई सालों से इजरायली हथियारों का एक बड़ा बाजार रहा है। खासतौर से भारत में हथियारों से बनने से दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग और मजबूत हुआ है। ड्रोन और रडार सिस्टम में भारत को मजबूत मिली है।
Home / News / ड्रोन, रडार, मिसाइल… पाकिस्तान से तनातनी के बीच भारत के मददगार बने इजरायली हथियार, यहूदी देश की जमी नजर
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